बिजली की चपेट में आने से ट्रैक मेन की मौत

क्वार्टर में बिजली की तारों लिपटा पाया गया
रेल प्रसाशन पर लापरवाही का आरोप , लोगों में आक्रोश
चक्रधरपुर । चक्रधरपुर रेल मंडल के डांगोवापोसी में बीती रात एक रेलकर्मी की बिजली के चपेट में आने से मौत हो गई। जिसको लेकर डांगोवापोसी में शोक की लहर है वहीं रेल प्रशासन की लापरवाही के कारण रेल कर्मी के मौत होने की घटना से रेलकर्मियों को आक्रोश है। यह घटना बीती रात हुई रेलवे कालोनी के क्वार्टर नंबर ई-11/3 में रहने वाले पवन कुमार नामक एक ट्रेक मैन की बिजली के चपेट में आने से मौत हो गई। बताया जाता है कि पवन कुमार के क्वार्टर के दीवार में बिजली प्रवाहित हो रहा था जिसके कारण उन्होंने इसकी खबर बिजली विभाग को फोन के माध्यम दी।

विभाग की ओर से उन्हें इसकी शिकायत आनलाईन करने को कहा। आज बिजली विभाग के कर्मचारियों के द्वारा क्वार्टर के आसपास बिजली की त्रूटियां को सही किया गया। आज पवन कुमार को इंजिनियरिंग विभाग में ड्यूटी के दौरान गायब पाने जाने पर उनके मोबाईल पर फोन करने पर फोन रिसिव नहीं किए जाने पर विभाग के कर्मी उनके क्वार्टर पहुंचे एवं दरवाजा खोलने पर उन्हें बिजली के तारों में लपटे हुए बेहोश पाया गया। इसकी खबर बिजली विभाग को दिया गया एवं बिजली संयोग क्षीण करने के बाद कर्मियों ने उन्हें तत्काल इसकी खबर डांगोवापोसी अस्पताल को दिया।

अस्पताल के डाक्टर मौके पर पहुंचकर उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद में कांग्रेस के शाखा सचिव सुभाष मजूमदार सहित कई रेल कर्मी डांगोवापोसी के आला अधिकारियों को दिया लेकिन कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। बतातें चले की डांगोवापोसी में क्वार्टरों की जर्जरावस्था एवं बिजली की अव्यवस्था को लेकर रेलकर्मियों के द्वारा बारंबार शिकायत किए जाने के बाबजूद रेल प्रशासन की ओर से इसके सुधार के लिए कोई कदम नहीं उठाया जिसके फलस्वरुप पवन कुमार को अपने जान गवानीं पड़ी।

बताया जाता है कि मूल रुप से बिहार के नालंदा जिले के निवासी पवन कुमार की शादी पिछले साल दिसंबर को हुई थी। मृतक के शव को नोवामुंडी टिस्को अस्पताल भेज दिया गया है वहीं इस घटनी की जानकारी पवन के परिवार को दे दिया गया। बताया जाता है इस घटना की जांच के लिए चक्रधरपुर रेल मंडल के अघिकारियों का एक दल डांगोवापोसी के लिए रवाना हो गया है।





