
भूमिहीन किसान योजना में अवैध वसूली का आरोप
धरमजयगढ़। ग्राम पंचायत चरखापारा में भूमिहीन किसान योजना का लाभ दिलाने के नाम पर सचिव द्वारा अवैध वसूली का मामला अब गंभीर हो गया है। ग्रामीणों की शिकायत और समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित होने के बाद यह मुद्दा प्रशासन तक पहुंचा।
जनपद पंचायत सीईओ का कड़ा संदेश
जनपद पंचायत धरमजयगढ़ के सीईओ मदनलाल साहू ने तुरंत संज्ञान लेते हुए कहा – “जनहित में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” उन्होंने साफ किया कि योजनाओं से जुड़े मामलों में पारदर्शिता और जवाबदेही ही प्राथमिकता है।
सचिव पर जांच दल गठित
सीईओ ने बताया कि ग्राम पंचायत चरखापारा के सचिव विजय पैंकरा के विरुद्ध आई शिकायत और समाचार प्रकाशन के आधार पर तत्काल जांच दल गठित कर दिया गया है। इस तीन सदस्यीय टीम में सहायक आंतरिक लेखा परीक्षण एवं करारोपण अधिकारी ओस्कर टोप्पो, रोमन कुजूर और पदुम पटेल शामिल हैं।
सात दिन में रिपोर्ट पेश होगी
आदेश के मुताबिक यह जांच टीम प्राप्त शिकायतों का संयुक्त परीक्षण करेगी और 07 दिनों के भीतर प्रतिवेदन प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। सीईओ ने स्पष्ट किया कि यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों का आरोप और उम्मीद
ग्रामीणों, खासकर भूमिहीन किसानों का आरोप है कि सचिव ने योजना का लाभ दिलाने का प्रलोभन देकर प्रति व्यक्ति ₹1000 की अवैध वसूली की। अब जनपद पंचायत स्तर पर जांच शुरू होने से ग्रामीणों में न्याय मिलने की उम्मीद जगी है और प्रशासन की सख्ती का संदेश स्पष्ट दिख रहा है।




