ड्यूटी ऑवर्स कटिंग और हैंड ब्रेक के काम में सहायक लोको पायलटों की तैनाती पर रनिंग स्टाफ का विरोध, एआरएम और सीसीसी से की शिकायत

मालगाड़ियों में बढ़ते दबाव के बीच लोको पायलटों पर अतिरिक्त कार्यभार का आरोप
CMS ड्यूटी में 14 घंटे से अधिक कार्य को सिस्टम में नहीं दिखाने पर ओवरटाइम लाभ से वंचित हो रहे रनिंग कर्मचारी
डांगुआपोशी।
डांगुआपोशी और जुरुली सेक्शन में कार्यरत ट्रेन चालकों ने सहायक लोको पायलटों को ड्यूटी के दौरान हैंड ब्रेक लगाने और ड्यूटी ऑवर्स कटिंग जैसे अतिरिक्त कार्यों में जबरन शामिल किए जाने का विरोध जताया है। इस मुद्दे को लेकर मेंस यूनियन डांगुआपोशी रनिंग शाखा के प्रतिनिधि मंडल ने एआरएम रघुवंश कुमार और सीसीसी पी. एस. प्रसाद से मुलाकात कर शिकायत सौंपी।
मालगाड़ी की बोगियों में लगाया जा रहा जबरन हैंड ब्रेक
रनिंग स्टाफ का कहना है कि पहले मालगाड़ियों के खड़े रहने की स्थिति में हैंड ब्रेक लगाने का कार्य चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों द्वारा किया जाता था। लेकिन बड़ाबांबो और बांसपानी रेलखंड में हाल ही में हुई ब्रेकडाउन घटनाओं के बाद यह जिम्मेदारी सहायक लोको पायलटों को दी जा रही है, जिससे उनका विरोध सामने आया है।
CMS ड्यूटी में ड्यूटी घंटों की कटिंग से OT का नुकसान
चालकों ने CMS ड्यूटी सिस्टम पर भी गंभीर आपत्ति जताई है। उनका आरोप है कि अक्सर 16 से 18 घंटे की ड्यूटी करने के बावजूद CMS में केवल 14 घंटे से कम दर्शाया जाता है, जिससे उन्हें न केवल ओवरटाइम लाभ से वंचित होना पड़ता है, बल्कि उचित आराम भी नहीं मिल पाता।
प्रशासन से मिले आश्वासन
शिकायत के बाद एआरएम ने भरोसा दिलाया है कि हैंड ब्रेक लगाने के काम में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को शामिल किया जाएगा, ताकि सहायक लोको पायलटों पर अनावश्यक दबाव न आए। वहीं, चीफ क्रू कंट्रोलर ने यह भी स्पष्ट किया कि CMS में ड्यूटी ऑवर्स की कटिंग नहीं की जाएगी, इस पर विचार-विमर्श के बाद उचित निर्णय लिया जाएगा।
मौजूद थे ये रेल कर्मचारी
इस प्रतिनिधिमंडल में मेंस यूनियन डांगुआपोशी रनिंग शाखा से सर्वजीत कुमार, अखिलेश कुमार, रानू कुमार, नागेंद्र कुमार, अमित कुमार सहित बड़ी संख्या में डांगुआपोशी और जुरुली सेक्शन के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट शामिल थे।





