छत्तीसगढ़

स्वतंत्रता दिवस परेड में पहली बार शामिल हुआ कोटवार वर्ग

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कलेक्टर के प्रयासों से स्वतंत्रता दिवस पर कोटवारों को मिला मंच

सुशील बुनकर के नेतृत्व में कोटवार वर्ग की शानदार प्रदर्शन

बलरामपुर, 16 अगस्त 2025/ स्वतंत्रता दिवस का पर्व हर वर्ष नई ऊर्जा, उत्साह और देशभक्ति की भावना से परिपूर्ण होता है। लेकिन इस बार का स्वतंत्रता दिवस जिले के लिए ऐतिहासिक बन गया। कलेक्टर श्री राजेंद्र कटारा के प्रयासों और संवेदनशील पहल के कारण कोटवार वर्ग को पहली बार स्वतंत्रता दिवस परेड में शामिल होने का अवसर मिला।

लंबे समय से कोटवार वर्ग की पहचान ग्रामीण व्यवस्था के आधार स्तंभ के रूप में होती रही है लेकिन इस बार स्वतंत्रता दिवस पर मुख्य समारोह के दौरान कोटवारों ने परेड कर अलग ही पहचान बनाई है। परेड में श्री सुशील बुनकर के नेतृत्व में कोटवार वर्ग ने कदमताल करते हुए परेड किया। उनकी अनुशासित चाल और समर्पित भाव ने यह साबित कर दिया कि यदि अवसर मिले तो यह वर्ग भी अनुशासन, सेवा और देशभक्ति के क्षेत्र में बेहतर कर सकता है।

स्वतंत्रता दिवस पर कोटवारों का परेड विशेष आकर्षण बना रहा। कोटवार वर्ग  ने कड़ी मेहनत करते हुए अभ्यास कर परेड में बेहतर प्रदर्शन किया। सुशील बुनकर का कहना है कि पहली बार हमें अपना योगदान को दिखाने का अवसर मिला। और पहली ही परेड में  मुख्य अतिथि के द्वारा कोटवार वर्ग परेड की सराहना करते हुए शील्ड भी दिया गया। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है। आगे भी अवसर मिलने पर हम अपना बेहतर योगदान देंगे।

स्वतंत्रता दिवस पर कलेक्टर श्री  कटारा की पहल और सुशील बुनकर के नेतृत्व में कोटवार वर्ग की शानदार प्रस्तुति ने यह संदेश दिया कि समाज का कोई भी वर्ग छोटा नहीं होता, बस उसे पहचान और अवसर देने की जरूरत होती है।

उल्लेखनीय है कि कोटवार वर्ग गांवों में सुरक्षा, अन्य कार्यों और प्रशासनिक सहयोग का दायित्व निभाता आया है। लेकिन इस स्वतंत्रता दिवस पर कलेक्टर श्री कटारा के प्रयासों से उन्हें पहली बार स्वतंत्रता दिवस परेड में शामिल कर सम्मानित करना शासन और प्रशासन की समावेशी सोच का प्रतीक है।

स्वतंत्रता दिवस पर परेड में  कोटवार वर्ग को तैयार करने में अनुविभागीय अधिकारी श्री आनंद राम नेताम, तहसीलदार श्री रवि भोजवानी, श्री राकेश कानूनगो, पुलिस जवान से श्री जनार्दन तिवारी का विशेष योगदान रहा। उनके द्वारा  कोटवार वर्ग को परेड के लिए ड्रेस, आवश्यक सामग्री, ठहरने, भोजन सहित सम्पूर्ण व्यवस्थाएं की गई। शुरुआती समय में उनमें परेड को लेकर आशंका थी लेकिन निरंतर मार्गदर्शन और प्रोत्साहन से कोटवारों ने मात्र एक सप्ताह के अभ्यास में ही अनुकरणीय प्रदर्शन किया।कोटवार वर्ग में सहभागिता से उनका मनोबल बढ़ा है उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आगामी गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस की परेड में भी शामिल होने की इच्छा भी जाहिर की।

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