चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में जल्द शुरू होगा क्लिनिकल पैथोलॉजी एंड ट्राइबल डिजीज रिसर्च लैबोरेटरी ,

कमरों को किया जा रहा है तैयार, अंचल में होने वाले रक्त जनित संगीन बीमारियो पर लेबोरेट्री में होगा शोध
चक्रधरपुर । चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में जल्द शुरू होगा क्लिनिकल पैथोलॉजी एंड ट्राइबल डिजीज रिसर्च लेबोरेट्री। इसके लिए रेलवे अस्पताल में ऑडिटोरियम हाल के पास कई कमरों युक्त केंद्र को तैयार किया जा रहा है। बुधवार को निर्माणाधीन लेबोरेट्री का निरीक्षण के लिए चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल के मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ सुब्रत कुमार मिश्र पहुंचे। उन्होंने कमरों की संरचना की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जल्द ही रेलवे अस्पताल में नए क्लीनिकल पैथोलॉजी एंड ट्राइबल डिजीज रिसर्च लेबोरेट्री शुरू हो जाएगा। मौजूदा पैथोलॉजी को क्लीनिक पैथोलॉजी में शिफ्ट कर दिया जाएगा। लैबोरेटरी के लिए कमरों में टाइल्स और उसका रंग रोगन के साथ साथ पैथोलॉजी के उपकरण संरचना का विकास किया जा रहा है। 10 , 15 दिनों में रेलवे अस्पताल में नए क्लीनिकल पैथोलॉजी एंड ट्राइबल डिजीज रिसर्च लेबोरेट्री का उद्घाटन कर दिया जाएगा।
सिकल सेल एनीमिया और थेलेसीमिया जैसी बीमारियों पर होगा शोध चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में स्थापित होने वाले ट्राइबल डिजीज लैबोरेटरी में ब्लड डिजीज ,सिकल सेल एनीमिया और थेलेसीमिया जैसी बीमारियों पर छात्र छात्राएं शोध करेंगे। इस संबंध में चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल के मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ सुब्रत कुमार मिश्र ने कहा कि दक्षिण पूर्व रेलवे के तत्कालीन जीएम के द्वारा चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में इस क्षेत्र में होने वाले एक रक्त जनित संगीन बीमारियो के चिकित्सा एवं शोध के लिए एक ट्राइबल डिजीज रिसर्च लेबोरेट्री का आवश्यकता होने एवं चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में इसकी स्थापना करने की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही थी।
इस दौरान कोविड 19 का पदार्पण हो गया और इस लेबोरेट्री की योजना लंबित पड़ गया था। रेलवे ने पुनः ट्राइबल डिजीज रिसर्च लेबोरेट्री की स्थापना की प्रक्रिया शुरू कर दी है। डॉ मिश्र ने कहा कि इस लेबोरेट्री से अंचल में होने वाले रक्त जनित गंभीर और असाध्य बीमारियों पर शोध एवं इसका ईलाज का मार्ग प्रशस्त होगा ।




