कोरिया में उपद्रवी हुए बेकाबू, पुलिस ने छोड़े अश्रु गैस के गोले और भांजी लाठिया
पुलिस लाईन में कोरिया पुलिस द्वारा आपात स्थिति से निपटने किया गया बलवा ड्रिल का अभ्यास
पुलिस अधीक्षक श्री सूरज सिंह परिहार के निर्देश पर विपरीत परिस्थितियों पर उग्र हो रहे प्रदर्शनकारी, दंगाइयों से कैसे निपटें और शांति व्यवस्था कैसे नियंत्रित करें को दृष्टिगत रखते हुए दिनांक 19 जुलाई 2024 को रक्षित केंद्र ग्राउंड में बलवा ड्रिल परेड का अभ्यास किया गया है।
शुक्रवार की सुबह रक्षित केंद्र बैकुंठपुर में अभ्यास के दौरान पुलिस व पब्लिक पर पथराव कर रहे दंगाइयों को तितर-बितर कर नियंत्रित करने का अभ्यास किया गया। इस दौरान उप पुलिस अधीक्षक कविता ठाकुर, श्याम लाल मधुकर, नेल्सन कुजूर, आरआई नितीश आर. नायर सहित थाना प्रभारी बैकुंठपुर विपिन लकड़ा, सोनहत हेमंत अग्रवाल, चरचा प्रमोद पाण्डेय, चौकी प्रभारी बचरापोड़ी राजेश तिवारी, निरीक्षक अनिल किंडो एवं जिले के पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारीगण मौजूद रहे।
➡️घायल को भेजा अस्पताल
आरआई नितीश आर. नायर के अनुसार बलवा मॉकड्रिल रिहर्सल परेड में पुलिस जवानों की अलग-अलग टीम बनाई गई। जिसमें टियर गैस पार्टी, केन पार्टी, लाठी पार्टी, राइफल पार्टी, मेडिकल पार्टी को अपना-अपना कार्य तय कर दिशा निर्देश दिए गए। इसके उपरांत विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों से पुलिस ने बात की एवं समझाने की कोशिश की किन्तु लोगों की भीड़ अचानक उग्र हो गई एवं पुलिस पर पथराव करने लगे। यह देख पुलिस ने पहले उन्हें चेतावनी दी।
इसके बाद भी वे नहीं माने तो टियर गैस के गोले दागे तब भी प्रदर्शनकारी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे, तब पुलिस द्वारा अनाउंसमेंट कर चेतावनी दी गई, किन्तु प्रदर्शनकारियों को उग्र होता देख कर पुलिस टीम द्वारा लाठीचार्ज भी किया गया। इसके उपरांत बेकाबू भीड़ को रोकने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान से बचाने के लिए मजिस्ट्रेट के आदेश उपरांत 05 राउंड फायर किया गया। जिसमें कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए एवं कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए जिन्हें उपचार हेतु डॉक्टर की टीम द्वारा एम्बुलेंस से तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।
➡️क्षमताओं को परखा
बलवा मॉकड्रिल में दोनों ही भूमिकाओं में पुलिस अधिकारी और कर्मचारी थे। कानून-व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए तथा विपरीत परिस्थितियों में भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए अमले को प्रशिक्षण देने और अपनी क्षमताओं की परख करने के लिए समय-समय पर इस तरह की मॉकड्रिल आयोजित की जाती है, ताकि कानून व्यवस्था ड्यूटी, धरना-प्रदर्शन इत्यादि के दौरान विपरित परिस्थितियों में पुलिसकर्मी अपने आप को सुरक्षित रखते हुए अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन कर भीड़ नियंत्रण एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके। इस दौरान पुलिसकर्मियों को विभिन्न पहलुओं पर जानकारी भी दी गई है।