छत्तीसगढ़

“बघेल के भिलाई निवास पर ED का तूफानी छापा, रसूखदारों की सांठगांठ या सियासी साजिश?”

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रायगढ़/दुर्ग@खबर सार:- छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के भिलाई निवास पर शुक्रवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जोरदार छापेमारी की, जिसने राज्य के सियासी गलियारों में हलचल मचा दी। सुबह करीब 6 बजे, 12 ED अधिकारियों की टीम, भारी संख्या में CRPF जवानों के साथ, दुर्ग जिले के भिलाई-3 स्थित बघेल के आवास पर पहुंची। यह कार्रवाई कथित तौर पर एक बहु-करोड़ शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ नए सबूतों के आधार पर शुरू की गई।

ED की इस दूसरी बड़ी कार्रवाई—पहली मार्च 2025 में हुई थी—ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी पैदा कर दी। कार्यकर्ताओं ने इसे “BJP की सियासी साजिश” करार देते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए। बघेल ने अपने भिलाई निवास से बयान जारी कर कहा, “आज विधानसभा सत्र का आखिरी दिन है। मैं तमनार में अडानी के लिए पेड़ कटाई का मुद्दा उठाने वाला था, लेकिन ‘साहेब’ ने ED को मेरे घर भेज दिया। हम न डरेंगे, न झुकेंगे!”

सूत्रों के मुताबिक, ED की जांच शराब घोटाले से जुड़ी है, जिसके तहत 2100 करोड़ रुपये से अधिक की हानि राज्य के खजाने को हुई। जांच एजेंसी का दावा है कि चैतन्य बघेल इस घोटाले के कथित लाभार्थी हैं। हालांकि, बघेल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “ED को कोई ECIR नंबर तक नहीं पता। यह महज सियासी बदला है।”

छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव ने इस कार्रवाई को केंद्रीय एजेंसी का स्वतंत्र कदम बताया, जबकि डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा, “बघेल भ्रष्टाचार के नए-नए तरीके अपनाकर जनता को गुमराह नहीं कर सकते।” कांग्रेस ने इसे “लोकतंत्र पर हमला” करार देते हुए केंद्र की BJP सरकार पर ED, CBI और IT जैसी एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया।

मार्च में हुई पिछली ED छापेमारी के दौरान बघेल के घर से 33 लाख रुपये नकद और कुछ दस्तावेज जब्त किए गए थे, जिन्हें बघेल ने खेती और पारिवारिक आय का हिस्सा बताया था। इस बार भी भिलाई में भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कार्रवाई जारी है, और स्थानीय पुलिस को किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैनात किया गया है।

बघेल विधानसभा सत्र में हिस्सा लेने रायपुर रवाना हो गए हैं, जबकि ED की कार्रवाई और इसके सियासी निहितार्थों पर बहस तेज हो गई है। क्या यह शराब घोटाले की गहरी जांच है या विपक्ष को चुप कराने की सियासी चाल? जनता की नजरें अब इस मामले के अगले मोड़ पर टिकी हैं।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ED की कार्रवाई के खिलाफ दुर्ग में प्रदर्शन की योजना बनाई है।

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