“विद्या का मंदिर टूटना नहीं चाहिए, यही सच्चा विकास है” — सांसद जोबा माझी

हरिश्चन्द्र विद्या मंदिर में आयोजित समारोह में कहा – शिक्षा ही समाज की असली पूंजी है
चक्रधरपुर | सरायकेला-खरसावां |
सिंहभूम की सांसद श्रीमती जोबा माझी ने शनिवार को गम्हरिया प्रखंड के कांड्रा स्थित हरिश्चन्द्र विद्या मंदिर में आयोजित एक विशेष समारोह में शिरकत की। उन्होंने शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा:

“पुल-पुलिया, रोड-रास्ते बनते और टूटते रहते हैं, लेकिन विद्या का मंदिर — यानी स्कूल — हमेशा वजूद में रहना चाहिए। यही सच्ची पूंजी है जो समाज को निरंतर आगे ले जाती है।”
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए सांसद ने विद्यालय की स्थापना को ऐतिहासिक बताया और इसके संस्थापक वार्ष्णेय परिवार के योगदान की सराहना की। उन्होंने स्कूल के सदस्यों प्रदीप वार्ष्णेय और राजकुमार वार्ष्णेय से कहा कि 1945 में स्थापित यह संस्थान कई प्रतिभाशाली व्यक्तित्वों को गढ़ चुका है।
सांसद ने उच्चतर शिक्षा की दिशा में विद्यालय को विस्तार देने की बात कही और आश्वासन दिया कि इस कार्य में सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग किया जाएगा।

कार्यक्रम की शुरुआत:
समारोह की शुरुआत विद्यालय के संस्थापक स्व. हरिश्चन्द्र वार्ष्णेय, पूर्व निदेशक स्व. प्रेमचंद वार्ष्णेय और स्व. सुभाष चंद्र वार्ष्णेय की तस्वीरों पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन से हुई।
विशिष्ट अतिथि – विधायक सविता महतो:
कार्यक्रम में थोड़ी देर से पहुंचीं ईचागढ़ विधायक सविता महतो, जो स्वयं हरिश्चन्द्र विद्या मंदिर की पूर्व छात्रा रह चुकी हैं। उन्होंने विद्यालय के गौरवशाली अतीत को स्मरण करते हुए कहा कि—
“इस स्कूल की ख्याति को पुनः स्थापित करने की चुनौती में मैं व्यक्तिगत रूप से सहयोग के लिए तत्पर हूं।”
सांस्कृतिक कार्यक्रम:
विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा गणेश वंदना और पारंपरिक नृत्य की सुंदर प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिसने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
मंच पर उपस्थित प्रमुख गणमान्य:
- झामुमो सरायकेला जिलाध्यक्ष डॉ. शुभेन्दु महतो
- झामुमो केंद्रीय सचिव कृष्णा बास्के एवं सुधीर चंद्र महतो
- इंटक महासचिव प्रकाश कुमार राजू
- रापचा पंचायत मुखिया सुकुमति मार्डी
- समाजसेवी सोखेन हेम्ब्रम
कार्यक्रम का संचालन प्रभाशंकर तिवारी ने किया और आभार प्रदर्शन राम महतो द्वारा किया गया।





