बीजापुर : माओवादियों की खुली धमकी, पुलिस, मीडिया और नेताओं को चेतावनी

गंगालूर एरिया कमेटी की प्रेस विज्ञप्ति से क्षेत्र में दहशत का माहौल
बीजापुर। नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के पेद्दा कोरसा गांव से एक बार फिर माओवादी गतिविधियों की गंभीर आहट सुनाई दी है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की गंगालूर एरिया कमेटी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पुलिस अधिकारियों, मीडिया प्रतिनिधियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को खुलेआम धमकाया है।
माओवादी संगठन ने इस पत्र में बीजापुर के एसपी जितेंद्र यादव सहित कुछ अन्य अधिकारियों के नाम लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। माओवादियों का दावा है कि पुलिस ग्रामीणों और नाबालिग बच्चों को डरा-धमकाकर मुखबिरी के लिए मजबूर कर रही है।
प्रेस नोट में कहा गया है कि कुछ ग्रामीण बच्चों को कथित रूप से 25 हजार रुपये देकर जबरन पुलिस कैंप तक पहुँचाया गया, जिससे पूरे गांव में भय का माहौल बन गया है। वहीं, कुछ मीडिया कर्मियों पर भी निशाना साधते हुए माओवादियों ने आरोप लगाया है कि वे पुलिस के प्रचार तंत्र का हिस्सा बन चुके हैं और जनविरोधी एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं।
माओवादियों की चेतावनी:
“जो भी जनविरोधी गतिविधियों में शामिल होगा, उसे कड़ी सजा दी जाएगी। चाहे वह पुलिस हो, मीडिया हो या प्रशासन – सबको हमारे नियमों के अनुसार चलना होगा।”
इसके साथ ही, संगठन ने अपने समर्थकों से “जन युद्ध” और “साम्यवाद” की विचारधारा को अपनाकर मौजूदा शासन व्यवस्था के खिलाफ एकजुट होने की अपील भी की है। पत्र में केंद्र सरकार को “हिंदुत्व फासीवादी सत्ता” कहकर निशाना बनाया गया है।
इस धमकी के बाद से स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। बीजापुर पुलिस की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन अंदरखाने सतर्कता बढ़ा दी गई है।
स्थिति तनावपूर्ण, पर नियंत्रण में:
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, गांव में तनाव का माहौल है, हालांकि पुलिस कैंपों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं।