छत्तीसगढ़

बालको के ग्रीष्मकालीन शिविर ने बच्चों के सर्वांगीण विकास को दिया बढ़ावा

बालकोनगर । वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने अपने ग्रीष्मकालीन शिविर का सफल आयोजन किया। शिविर का उद्देश्य बच्चों में सर्वांगीण विकास, रचनात्मकता और कौशल निर्माण को बढ़ावा देना था। दो चरणों में आयोजित शिविर में इस वर्ष 600 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। यह बालको की कर्मचारी कल्याण एवं सामुदायिक विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

सामुदायिक विकास कार्यक्रम ‘प्रोजेक्ट कनेक्ट’ के अंतर्गत कंपनी ने 14 दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर आयोजित किया, जिसमें कक्षा 6 से 12 तक के 200 से अधिक छात्र शामिल हुए। ये छात्र आस-पास के सरकारी स्कूल में अध्ययनरत हैं। ‘प्रोजेक्ट कनेक्ट’ का उद्देश्य इन स्कूलों में सीखने के माहौल को बेहतर बनाना है, जिसमें छात्र प्रदर्शन में सुधार, शिक्षकों की क्षमताओं का निर्माण और विज्ञान, अंग्रेज़ी, गणित और लेखाशास्त्र (सेमा) जैसे विषयों में करियर मार्गदर्शन शामिल है।

ग्रीष्मकालीन शिविर में शैक्षिक सत्र के साथ-साथ कैलिग्राफी, चित्रकला, नृत्य, व्यक्तित्व विकास और आत्मरक्षा जैसे रचनात्मक और जीवन कौशल से जुड़े सत्र आयोजित किए गए। इन सत्र का संचालन कंपनी के कर्मचारी स्वयंसेवकों ने किया।

बालको टाउनशिप में कर्मचारियों के बच्चों के लिए साप्ताहिक ग्रीष्मकालीन शिविर आयोजित किया गया, जिसमें 400 से अधिक बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह शिविर बालको की जीवन गुणवत्ता को बढ़ाने की परंपरा का अभिन्न हिस्सा है। इस शिविर में मज़ेदार और शिक्षाप्रद गतिविधियों के साथ-साथ योग, गुड टच–बैड टच जागरूकता और रचनात्मकता को विकसित करने वाले सत्र का आयोजन किया गया। बालको के कर्मचारी और इंटर्न्स ने सत्र का संचालन कर बच्चों को प्रोत्साहित किया।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि बच्चे हमारे बेहतर भविष्य की आशा हैं और इस आशा को स्नेह, अवसर और प्रेरणा के साथ पोषित करना हमारी जिम्मेदारी है। बालको में हम अपने टाउनशिप और आस-पास की समुदाय को अपनी साझा उद्देश्य का हिस्सा मानते हैं। हमें एक ऐसा वातावरण तैयार करना, जहां हर बच्चे को समग्र विकास के अवसर मिलें।

सरकारी स्कूल की प्रतिभागी छात्रा अंजलि साहू ने अपनी खुशी साझा करते हुए कहा कि प्रोजेक्ट कनेक्ट ने साल भर मेरी पढ़ाई में बहुत मदद की है। ग्रीष्मकालीन शिविर ने व्यक्तित्व विकास और आत्मरक्षा जैसे उपयोगी सत्रों के माध्यम से और भी ज्यादा लाभ पहुंचाया। इन सत्रों ने पढ़ाई को मज़ेदार बना दिया और मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया।

ग्रीष्मकालीन शिविर बच्चों को आत्म-अभिव्यक्ति, आत्मविश्वास और समग्र विकास के लिए एक मंच प्रदान करता है। बालको, समावेशी और समृद्ध अनुभवों के माध्यम से अगली पीढ़ी को स्नेहपूर्वक संवारते हुए, अपने कर्मचारियों और समुदाय के साथ परस्पर सहयोग की भावना को और मजबूत किया है।

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