हरि संकीर्तन जय जगन्नाथ के उद्घोष से झूमते नाचते श्रद्धालुओं के बीच भक्तिमय वातावरण में पहुंचा भगवान का रथ मंदिर में,
रथ यात्रा में शमिल होकर विधायक सुखराम उरांव ने मांगी अंचल के लोगों की सुख समृद्धि की दुआ
चक्रधरपुर। ऐतिहासिक पुराना बस्ती घूरती (बाहुडा) रथ यात्रा जय जगन्नाथ के उद्घोष और हरि संकीर्तन के साथ भक्तो के झूमते नाचते वातावरण में मंगलवार को सीढ़ी घाट स्थित जगन्नाथ मंदिर पहुंचा। सुसज्जित रथ में भगवान जगन्नाथ बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा रथारूढ़ होकर मंदिर पहुंचे। इस दौरान रथ के उपर से भक्तो के बीच प्रसाद का बौछार किया जा रहा था।श्रद्धालुओं के द्वारा भगवान को चढ़ाया गया प्रसाद भक्तो में बौछार किए जा रहा था।
बौछार किए जा रहे प्रसाद को लपकने के लिए भक्तों का झुंड रथ की ओर टूट पड़ता था। भगवान के दर्शन और उनका एक छोटा सा प्रसाद प्राप्त करने के लिए भक्तो के इस अटूट आस्था को देखते ही बनता था। पांच बजे भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा का रथ कल रुके हुए आधे रास्ते से खींच कर लाया गया। बाहुड़ा रथ यात्रा के दूसरे दिन चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव शामिल होकर रथ खींचा।
उन्होंने भगवान का दर्शन कर अंचल के लोगों की सुख और समृद्धि की कामना की। उन्होंने चक्रधरपुर के पुराना बस्ती रथ यात्रा को ऐतिहासिक बताते हुए लोगों से कहा की सच्चे और समर्पण भाव से भगवान की पूजा करें भगवान जगन्नाथ आपकी सभी मनोकामना पूर्ण करेंगे। जगन्नाथ मंदिर में पारंपरिक विधि विधान से पूजा पाठ करने का बाद भगवान को मंदिर में विराज मान किया गया।
मंदिर में पुजारी पंडित मुरारी मोहन मिश्र के सानिध्य में पारंपरिक विधि विधान से पूजा अर्चना करने के बाद आरती की गई जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। खास कर महिलाएं आरती के समय उपस्थित होकर भगवान का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से पंडित मुरारी मोहन मिश्र, वरिष्ठ नेता अशोक सारंगी, पूर्व पार्षद दिनेश जेना, मुन्ना महापात्र, सदानंद होता सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होकर रथ खींचने में मदद किया। रथ यात्रा को लेकर पुराना बस्ती देर रात तक गुलजार रहा।