
लोकेशन – रायगढ़ दीपक शोभवानी 7898273316रायगढ़ जिले के खरसिया के पोस्ट ऑफिस रोड पर दुर्गा मंदिर के सामने देर रात एक सनसनीखेज घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। खरसिया के बड़े व्यापारी अजय नथानी और उनके दो बेटों, अमन नथानी और मिथलेश नथानी, पर सट्टेबाजी के आरोपों के बीच खरसिया पुलिस चौकी के कर्मचारियों के साथ तीखी झड़प और मारपीट की घटना सामने आई है। यह पूरा मामला तब शुरू हुआ, जब खरसिया पुलिस चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक मनोज मांडवी और सिपाही कृति सिंदार ने नथानी परिवार की क्रेटा कार को रोका।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुलिस ने पहले कार को रुकवाया और नथानी बंधुओं के मोबाइल फोन जबरन अपने कब्जे में ले लिए। इसके बाद, सट्टेबाजों के कुछ अन्य साथी मौके पर पहुंचे, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज और मारपीट शुरू हो गई। इस घटना का वीडियो मौके पर मौजूद लोगों ने बनाया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।नथानी परिवार के परिजनों ने मीडिया को बताया कि खरसिया पुलिस पिछले कई महीनों से उनके बच्चों पर सट्टेबाजी से अवैध वसूली के लिए दबाव बना रही थी। परिजनों का आरोप है, “जब हमारे बच्चों ने पैसे देने से इनकार किया, तो पुलिस ने उनकी गाड़ी रोककर मोबाइल लूट लिया और गाली-गलौज के साथ मारपीट की।” स्थानीय जनता इस घटना को पुलिस द्वारा सट्टेबाजों से अवैध वसूली के प्रयास से जोड़कर देख रही है, जिसने खरसिया पुलिस और पूरे रायगढ़ जिला पुलिस की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं।वायरल वीडियो में सड़क पर पुलिस और सट्टेबाजों के बीच हुई मारपीट साफ तौर पर दिखाई दे रही है, जिसने इस मामले को और गंभीर बना दिया है। खरसिया के लोग अब रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक से इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। स्थानीय निवासी रमेश सahu ने कहा, “यह खुलेआम सड़क पर हुई मारपीट पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाती है। अगर पुलिस ही इस तरह की हरकत करेगी, तो जनता का भरोसा कैसे कायम रहेगा?”यह मामला रायगढ़ जिले में पुलिस और सट्टेबाजों के बीच कथित गठजोड़ की ओर भी इशारा करता है। अब सभी की निगाहें रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक पर टिकी हैं कि वे इस मामले में कितनी जल्दी और पारदर्शी जांच करवाते हैं और दोषी पुलिसकर्मियों या अन्य व्यक्तियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं।




