मूलभूत सुविधाओं से वंचित विश्वपण्डो जनजाति : नारकीय जीवन जीने को मजबूर जूनापारा बेलढाब के ग्रामीण

लोकेशन – उदयपुर/ सरगुजा
रिपोर्टर- क्रांति कुमार रावत
ब्लॉक मुख्यालय उदयपुर से चार किलोमीटर की दूरी पर विकास से कोसों दूर—हथफोड़ नाला पर पुल नहीं, बरसात में खाट पर ढोए जाते हैं मरीज और गर्भवती महिलाएं
विस्तृत समाचार
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखंड अंतर्गत पूटा पंचायत का आश्रित ग्राम जूनापारा बेलढाब आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। विशेष संरक्षित पण्डो जनजाति के करीब 70 परिवारों के लगभग 300 लोग यहां तीन पीढ़ियों से निवास कर रहे हैं, लेकिन आज तक इस गांव की समस्याओं पर शासन-प्रशासन ने गंभीरता नहीं दिखाई।
गांव के सामने सबसे बड़ी समस्या है हथफोड़ नाला पर पुल का अभाव। बरसात के दिनों में यह नाला उफान पर आ जाता है, जिससे गांव का संपर्क पूरी तरह टूट जाता है। मरीजों, विशेषकर गर्भवती महिलाओं को खाट में लिटाकर नाले को पार कर अस्पताल तक पहुंचाया जाता है, जो जान जोखिम में डालने जैसा है।
नाले में पानी भर जाने की स्थिति में न केवल ग्रामीण फंसे रहते हैं, बल्कि बच्चे और शिक्षक भी विद्यालय नहीं पहुंच पाते। शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सेवाएं गांव के लोगों के लिए केवल एक सपना बनकर रह गई हैं।
ग्रामीणों ने कई बार शासन-प्रशासन से इस मुद्दे पर ध्यान देने की मांग की है, लेकिन आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यह स्थिति तब है जब गांव ब्लॉक मुख्यालय उदयपुर से महज चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
ग्रामीणों की अपील:
“हम समाचार माध्यमों के जरिए शासन और प्रशासन से अपील करते हैं कि कृपया हथफोड़ नाला पर शीघ्र अति शीघ्र पुल का निर्माण कराया जाए। यह हमारे लिए जीवन और मृत्यु का प्रश्न बन चुका है।”