मरवाही में रात की चोरी, जमीन की लूट: शासकीय भूमि पर कब्जे का रंगीन कारनामा

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही : जिले में शासकीय जमीन अब लुटेरों का अड्डा बनती जा रही है! ताजा किस्सा नगर पंचायत मरवाही के वार्ड क्रमांक 10 का है, जहां खसरा नंबर 654, रकबा 0.486 हेक्टेयर की सरकारी जमीन पर रातों-रात कब्जे का तमाशा रच दिया गया। रात के अंधेरे में 200 ट्रक मुरम डालकर कच्ची रोड बनाई गई और अवैध प्लाटिंग का खेल शुरू हो गया। इस सनसनीखेज कारनामे का खुलासा स्थानीय निवासी कलीम खान ने किया, जिन्होंने कलेक्टर, एसडीएम, और थाना प्रभारी से शिकायत कर हंगामा खड़ा कर दिया।
आरोप है कि वीरेंद्र कुमार राय और राजेंद्र प्रसाद राय, वार्ड क्रमांक 08 के निवासी, ने चुपके-चुपके यह सारा खेल रचा। बिना किसी अनुमति के सरकारी जमीन को निशाना बनाकर रोड बनवाना और प्लाटिंग शुरू करना, ये कोई छोटा-मोटा जुर्म नहीं! लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर इतना दुस्साहस कहां से आ रहा है? क्या कोई बड़ा हाथ इन कब्जेधारियों के पीछे है?
नगर पंचायत का रवैया भी कम हैरान करने वाला नहीं। अवैध कब्जे और अतिक्रमण पर उनकी चुप्पी ऐसी, जैसे कुछ हुआ ही न हो! जब शासन सड़क बनाने के लिए जमीन तलाश रहा है, तब यहां सरकारी जमीन पर रातों-रात कब्जे का धंधा जोरों पर है। कलीम खान ने साफ कहा, “कोई सुनने-देखने वाला नहीं, ये लूट खुलेआम चल रही है।”
जनता के बीच गुस्सा पनप रहा है। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर कब होगी कार्रवाई? कौन लेगा इस लूट की जिम्मेदारी? कलीम खान ने प्रशासन से मांग की है कि कब्जा हटे, दोषियों पर शिकंजा कसे। अब गेंद प्रशासन के पाले में है। क्या होगा अगला कदम? या फिर ये मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा? जनता की नजरें टिकी हैं, और सच का इंतजार जारी है।
संपादकीय टिप्पणी: शासकीय जमीन की लूट का ये खेल सिर्फ मरवाही तक सीमित नहीं, ये पूरे सिस्टम पर सवाल उठाता है। अगर प्रशासन ने अब भी आंखें मूंदीं, तो ये लुटेरे और बेखौफ हो जाएंगे। वक्त है, जागने का और सख्त एक्शन लेने का!





