
1 अप्रैल को समारोह में शामिल होंगे ओड़िशा के भद्रक उत्कल सांस्कृतिक शिविर का 9 सदस्यी प्रतिनिधि मंडल
चक्रधरपुर। चक्रधरपुर उत्कलमणि गोपबंधू उच्च विद्यालय के विद्यालय संचालन समिति की एक बैठक विद्यालय प्रांगण में रविवार को संपन्न हुआ। विद्यालय संचालन समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर डा. नागेश्वर प्रधान की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में स्कूल के संचालन सबंधी चर्चा की गई वहीं आगामी 1 अप्रैल को उत्कल दिवस समारोह के आयोजन के बारे में चर्चा की गई।
समिति के अध्यक्ष डा. नागेश्वर प्रधान ने कहा कि उत्कलमणि गोपबंधू उच्च विद्यालय प्रांगण में 1 अप्रैल को उत्कल दिवस समारोह का आयोजन किया जाएगा। जिसमें भद्रक के उत्कल सांस्कृतिक शिविर के अध्यक्ष मनिंद्र कुमार महंती का आठ सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल सहित स्थानीय प्रतिनिधि शामिल होंगे।
समारोह में उत्कृषण कार्य व उपलब्धि हासिक करने वाले ओडिया भाषा भाषी छात्रों छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा। इस समारोह में अतिथियों के द्वारा ओड़िया भाषा और संस्कृति बारे में अपना अपना विचार प्रस्तूत किया जाएगा। इस बैठक में सचिव प्रणव कुमार मिश्र, सरोज कुमार प्रधान, प्रधान शिक्षक सुशांत कुमार महंती, शिक्षिका शुभाश्री साहू, प्रदुम्न कुंभकार शामिल थे।
ग्रामीण क्षेत्रों में ओड़िशा भाषा और संस्कृति का प्रचार करेगा ओड़िशा का प्रतिनिधि मंडल
ओड़िशा भाषा और संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए ओड़िशा के भद्रक जिले से सेवानिवृत प्रोफेसर एवं शिक्षकों का 9 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल 28 मार्च को ओड़िया बहुल चक्रधरपुर विधान सभा क्षेत्र के चैनपुर पंतायत भवन पहुंचेगा। चैनपुर पंचायत भवन में रहकर कर 28, 29, 30 और 31 मार्च को क्षेत्र के ओड़िया भाषा-भाषी गांवों में उत्कल सांस्कृतिक शिविर का आयोजन कर ओड़िया भाषा का प्रचार प्रसार करेंगा।
क्षेत्र के ओड़िया भाषा भाषियों के द्वारा मनाए जा रहे व्रत त्योहार, संगीत नृत्य के साथ साथ महाप्रभु श्री जगन्नाथ संस्कृति से ओतप्रोत होंगे। भद्रक के सेवानिवृत प्रोफेसर डा. मनिंद्र महंती के नेतृत्व में इस प्रतिनिधि मंडल में ओड़िया भाषा संस्कृति के जानकार सेवानिवृत प्रोफेसर व शिक्षक शामिल हैं जिसमें गौतम माहाराणा, बलराम राणसिंह, धर्मेंद्र बेहरा, संजय कुमार दास, रंजन कुमार नायक, सुशील कुमार नायक, अश्विनी कुमार महंती और विजय कुमार बहाली शामिल हैं।
ये प्रतिनिधि अपने साथ श्री महाप्रभु श्री जगन्नाथजी की तस्वीरें, ओड़िशा भाषा के कुछ महत्वपूर्ण ज्ञानवर्द्धक पुस्तकें पौराणिक ग्रंन्थों का वितरण करेंगे। विदित हो कि भद्रक जिले के कुछ सेवानिवृत प्रोफेसर, लेक्चरर,समाज सेवी और बुद्धिजीवियों को लेकर गठित गैरसकारी संस्था आड़िया सांस्कृतिक शिविर के सदस्यों के द्वारा ओड़िशा के बाहर ओड़िया बहुल क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष अलग अलग क्षेत्रों में ओड़िया भाषा व संस्कृति का प्रचार किया जाता है। इस वर्ष यह प्रतिनिधि मंडल पश्चिम सिंहभूम जिले के ओड़िया बहुल इलाकों में ओड़िया भाषा और संस्कृति का प्रचार करेंगे।