अध्यक्ष से सीधी टक्कर और नगर में निष्पक्ष काम और विकास के लिए पार्षदो ने बनाई अध्यक्ष के शपथ से दूरी

गोरल पेंड्रा मरवाही _ नगरीय निकायों में चुनाव संपन्न होते ही अध्यक्ष और पार्षदों का शपथ ग्रहण करने की तिथि भी घोषित कर दी गई है।
जिसमें लगभग सभी अध्यक्ष यही चाहते हैं कि उनके इसारे में चल सके ऐसा “” पार्षद ही उपाध्यक्ष”” बने ।
क्योंकि
विपक्ष का उपाध्यक्ष हर कार्य में रोड़ा डालने का कार्य और पार्षदो को अपनी ओर आकर्षित कर के हर कार्य में रुकावट पैदा करते हैं।
ऐसा ही वाक्या गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पेंड्रा नगरपंचायत निर्दलीय अध्यक्ष राकेश जालान के साथ भी हो रहा है।
नगर पंचायत में 15 वार्ड है जिसमें कि 14 पार्षद अपने मत से उपाध्यक्ष चुनने के लिए अध्यक्ष से दूरी बना लिए हैं।
” पार्षदो का साफ तौर से कहना है कि अध्यक्ष कोई भी हो उपाध्यक्ष जबतक मजबूती से टक्कर नहीं देगा तबतक नगर का विकास असंभव है।
उपाध्यक्ष जो गलत होते देख कर अध्यक्ष को भी चुनौती देने की हिम्मत कर सके ऐसा अध्यक्ष हमे बनाना है।
जो अध्यक्ष का रिमोट कंट्रोल बन कर ना रहे और नगर का विकास हो सके ।
अध्यक्ष के लिए लाखों पैसे बहाने वाले अपनी मर्जी से उपाध्यक्ष भी बना लेगा तो नगर का भविष्य अंधेले में ही रहेगा।
इसलिए हम पार्षदों ने यह निर्णय लिया है कि निस्वार्थ भाव से हम अपने उपाध्यक्ष का चुनाव करेंगे।
जनता ने हमें चुना है उनके लिए खरा उतरना हमारा दायित्व है।
नहीं तो यही जनता हमें अगले बार बाहर का रस्ता दिखाने से पीछे नहीं हटेगी ।