शासकीय भूमि को निजी नाम पर दर्ज करने का मामला: आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी

अंबिकापुर। बिना सक्षम न्यायालय के आदेश के शासकीय भूमि को निजी स्वामित्व में दर्ज करने के मामले में गांधीनगर थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
पुलिस की कार्रवाई:
🔹 थाना गांधीनगर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की।
🔹 जांच के दौरान प्रकरण से संबंधित सभी दस्तावेज जब्त किए गए।
🔹 अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है।
मामले का संक्षिप्त विवरण
नायब तहसीलदार जयेश कंवर ने 20 दिसंबर 2024 को थाना गांधीनगर में शिकायत दर्ज कराई थी कि ग्राम नेहरू नगर, पंचायत डिगमा, तहसील अंबिकापुर में स्थित शासकीय भूमि खसरा नंबर 135, रकबा 0.390 हेक्टेयर को बिना किसी सक्षम न्यायालय के आदेश के अवैधानिक रूप से प्रभाष मंडल के नाम दर्ज कर दिया गया।
जांच में पाया गया कि यह भूमि पूर्व से शासकीय पुनर्वास मद में दर्ज थी, लेकिन तत्कालीन हल्का पटवारी अगस्तुस लकड़ा ने राजस्व अभिलेखों में हेरफेर कर इसे प्रभाष मंडल के नाम दर्ज कर दिया। दस्तावेजों के अनुसार, वर्ष 2020-21 तक यह भूमि शासकीय भूमि (मुरम कंकड़ मद) में दर्ज थी।
प्रकरण की जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि अनियमित तरीके से भूमि स्वामी हक में नाम दर्ज करने के लिए पुरानी ऋण पुस्तिका का उपयोग किया गया और बिना किसी वैध आदेश के प्रविष्टि कर दी गई।
मुख्य आरोपी गिरफ्तार, अन्य फरार
गांधीनगर पुलिस ने जांच के बाद आरोपी प्रभाष मंडल (42 वर्ष, निवासी नेहरू नगर, डिगमा) को हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस टीम रही सक्रिय
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी मोरध्वज देशमुख, उपनिरीक्षक रश्मि सिंह, आरक्षक बृजेश राय, जितेंद्र मिश्रा, और घनश्याम देवांगन की अहम भूमिका रही।





