
मुख्य अतिथि एनआईटी राउरकेला के निदेशक के उमामहेश्वर राव ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई
राउरकेला। केन्द्रीय विद्यालय एनआईटी राउरकेला का प्रथम वार्षिकोत्सव 1 फरवरी 2025 को बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस भव्य समारोह में एनआईटी राउरकेला के निदेशक के उमामहेश्वर राव मुख्य अतिथि और प्रोफेसर सुरजीत दास विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्य अतिथि का कलर पार्टी द्वारा भव्य स्वागत किया गया और आतिशबाज़ियों ने उत्सव का माहौल और भी रंगीन बना दिया।

गणमान्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर एनआईटी राउरकेला के कुलसचिव प्रोफेसर रोहन धीमन, मैडम अनीता गर्ग, केन्द्रीय विद्यालय राउरकेला के प्राचार्य सुजीत रॉय, केन्द्रीय विद्यालय बंडामुंडा की प्राचार्या हेमलता नायक, और एनआईटी के अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। सभी अतिथियों का स्वागत बैज और पुष्पगुच्छ से किया गया।
संस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना और दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें मुख्य अतिथि, विद्यालय की प्राचार्या पी. नीरजा, और अन्य अतिथियों ने भाग लिया। चतुर्थ कक्षा की छात्रा जी. कृतिका द्वारा गीता पाठ ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिनमें अभिनय नृत्य, जंगल नृत्य, बिरसा मुंडा नृत्य, शिक्षात्मक नृत्य, कव्वाली, तेलुगु नृत्य, भांगड़ा, बीहु, राजस्थानी, कन्नड़, संबलपुरी नृत्य शामिल रहे। इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया और बच्चों की प्रतिभा को दर्शाया।
प्रतिभाशाली छात्रों को मिला सम्मान
इस अवसर पर पाठ्य सहगामी क्रियाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया गया। इस सत्र में टैगोर सदन विजेता और शिवाजी सदन उपविजेता रहा।
अभिभावकों और शिक्षकों की शानदार भागीदारी
कार्यक्रम में अभिभावकों द्वारा आयोजित रैंप वॉक (माँ-बेटी/माँ-बेटा) बेहद आकर्षक रहा। वहीं, शिक्षकों के नृत्य प्रदर्शन ने बच्चों को खूब उत्साहित किया, जिससे माहौल और भी उमंग से भर गया।
मुख्य अतिथि का प्रेरणादायक संबोधन
मुख्य अतिथि के उमामहेश्वर राव ने अपने संबोधन में बच्चों की प्रतिभा की सराहना की और उन्हें मेहनत व लगन से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उनके प्रेरणादायक शब्दों से विद्यार्थी और उपस्थित लोग काफी उत्साहित हुए।
कार्यक्रम की सफलता में शिक्षकों की अहम भूमिका
इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में प्राचार्या पी. नीरजा, मोतीलाल सर, दीप्ति आभा लुगुन, आशुतोष मिश्रा, संदीप कुमार रथ, परिसीमा रथ, संबिद दास, तूली विश्वास, झासकेतन पधान, किरन प्रभा, नर्मदा साहू, रीना सिंह सहित विद्यालय के सभी शिक्षकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के समापन पर मैडम सत्यप्रिया पाणिग्राही ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और सभी अतिथियों, शिक्षकों व विद्यार्थियों का आभार जताया।





