
गौरेला पेंड्रा मरवाही – नगर पंचायत मरवाही में वैसे तो दर्जनों उम्मीद्वार चुनावी रणभूमि में अपनी राजनीतिक किस्मत आजमा रहे हैं।
लेकिन एक भूतपूर्व सरपंच जो निर्दलीय पार्षद प्रत्याशी के रूप में वार्ड नंबर 12 से लड़ रहे हैं।
जो लगभग जिले में सभी लोगों के मध्य चर्चा का विषय बने हैं।
एक छोटे से गांव के साधारण सा व्यक्तिव रखने वाले सख्श की वजह जान आप भी उनके मुरीद हो जाएंगे।
मरवाही नगर पंचायत के एक प्रत्याशी की चर्चा मरवाही क्षेत्र में होना लाजमी है।
लेकिन पेंड्रा नगर पंचायत क्षेत्र में चर्चा का विषय कबीले तारीफ है।
गौरतलब वाली बात यह है कि कुछ अनुभवी राजनीतिक लोग से इस संबंध में चर्चा
जो अपने गांव के लोगों के लिए सदैव तत्पर्य रहने वाला ।
किसी भी स्थिति में अपनी आवाज मुखर कर अपने लोगों के लिए आधी रात में लड़ने का सामर्थ आज भी रखते हैं।
एक आदिवासी हो कर
सामान्य सीट से लड़ने की क्षमता रखना। उन्हें अपने जनता का भरोसा सभी वार्ड से प्राप्त होना स्वाभाविक है ”
उनका अच्छी खासी नेतृत्व करने का अनुभव साथ ही राजनीतिक पहुंच होने के बाद भी।
पार्टी लेबल में नामांकन पत्र न भरना।
उनके व्यक्तिगत समझ सबसे अलग बनाती है एक गांव एक परिवार के समान भाव रखना। खुलकर किसी भी पार्टी का समर्थन न करना एक मंझे हुए नेतृत्व का परिचायक है। क्योंकि हर पार्टी से जुड़े रहना और अपनी पकड़ बनाए रखना अपने काम को सार्थक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
उनका व्यक्तिगत कहना है कि मेरी चर्चाएं कहा – कहा चल रही है मुझे तो नहीं पता। कौन क्या सोच रहा है मुझे जानकारी नहीं है? गांव से बड़ा मेरे लिए कोई पार्टी नहीं है। गाव में सभी पार्टी के लोग रहते हैं मेरे लिए सब एक सामान है मैं पार्टी लेबल में किसी को नहीं देखता अपनों के सुख दुख में सदैव खड़ा रहा और आगे भी प्रतिबद्ध रहूंगा।