अंतर्राज्यीय शराब तस्करी और गांजा तस्करी पर बड़ी कार्रवाई
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) पुलिस ने वर्ष 2024 में नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। एनडीपीएस एक्ट के तहत कुल 16 प्रकरण दर्ज किए गए, जिनमें से 09 मामलों में 569 किग्रा गांजा और 07 मामलों में 529 नशीली दवाएं जब्त की गईं।
ओडिशा के नक्सली क्षेत्र से अंतर्राज्यीय गांजा तस्करी नेटवर्क के सरगना अजीत राणा समेत कुल 30 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इस कार्रवाई में 07 चारपहिया वाहन भी जब्त किए।
इसके अलावा, अवैध शराब तस्करी पर भी बड़ा प्रहार किया गया। कुल 1682 लीटर शराब जब्त की गई, जिसमें उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी राजनारायण जायसवाल समेत 05 तस्करों को पकड़ा गया।
जिले के 05 अंधेकत्ल के प्रकरणों में कुल 11 आरोपियों को जिला पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया है जिसमें 7 वर्ष से लंबित थाना गौरेला के अपराध क्रमांक 201/2017 के प्रकरण में आरोपी एवं उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर चालान पेश किया गया है।
जिले में सुने घरों में गिरोह बना कर चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। थाना पेंड्रा एवं मरवाही में हुए 08 चोरियों में 08 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
जिले में मोटरसाइकल चोर गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। जिले में हुए 05 आरोपियों से 42 मोटर साइकल बरामद कर किया गया है।
जिले में महिला संबंधी अपराधों में संवेदनशीलता के साथ कार्यवाही कर 278 प्रकरणों में 285 आरोपियों को गिरफ्तार कर चालान न्यायालय पेश किया गया है।
-पेंड्रा और मरवाही के दो बड़े सट्टा नेटवर्क ध्वस्त
सट्टा के विरुद्ध अभियान के तहत पेंड्रा और मरवाही क्षेत्र में राजा-रानी ग्रुप के प्रमुख संचालकों और मरवाही में सक्रिय नंबरी सट्टा गिरोह का भंडाफोड़ किया गया।
पेंड्रा क्षेत्र से कुल 11 सटोरियों को गिरफ्तार किया गया।
मरवाही में गिरोह संचालक स्नेहिल गुप्ता समेत 08 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
इस कार्रवाई से पूरे नेटवर्क को ध्वस्त कर क्षेत्र में सट्टा गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाया गया।
अपराधियों पर सख्ती: अपराध के ग्राफ में गिरावट
जिले में आदतन अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई।
धारा 110 दं.प्र.सं. के तहत कुल 47 अपराधियों को बाउंड ओवर किया गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 51.61% अधिक है।
12 नए हिस्ट्रीशीटर चिन्हांकित किए गए।
01 आरोपी को जिला बदर करने की प्रक्रिया पूरी की गई।
इस प्रभावी कार्रवाई के चलते जिले में कुल अपराधों में 19.76% की कमी आई। शरीर संबंधी अपराधों में भी 15.60% की गिरावट दर्ज की गई।
साइबर अपराध और यातायात जागरूकता: विशेष अभियान
साइबर जागरूकता के लिए जिले में “साइबर की पाठशाला” और “साइबर पखवाड़ा” जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
साइबर की पाठशाला के तहत देशभर के विशेषज्ञों ने 50,000 से अधिक लोगों को जागरूक किया।
साइबर शील्ड व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से 3,000 से अधिक लोगों को प्रतिदिन साइबर अपराध से संबंधित जानकारी दी गई।
262 ऑनलाइन धोखाधड़ी शिकायतों में कार्रवाई कर 19.50 लाख रुपये होल्ड किए गए।
यातायात जागरूकता के तहत:
विशेष “हेलमेट जोन” बनाकर 400 से अधिक हेलमेट वितरित किए गए।
चालानी कार्रवाई में 24.63% की वृद्धि दर्ज की गई।
सड़क दुर्घटनाओं के ब्लैक स्पॉट की पहचान कर जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए।
सामुदायिक पुलिसिंग और समाधान हेल्पलाइन की सफलता
जिले में पुलिस और जनता के बीच बेहतर समन्वय के लिए समाधान हेल्पलाइन नंबर 9479191792 शुरू किया गया।
इस हेल्पलाइन के जरिए शिकायतों का त्वरित निपटारा किया गया।
“समाधान” के तहत नशा मुक्ति (शुद्धि), महिला सुरक्षा (शक्ति) और साइबर अपराध जागरूकता (साइबर शील्ड) जैसे अभियान चलाए गए।
युवाओं के बीच खेल के लोकप्रियता को देखते हुए खेल के माध्यम से उनसे जुड़ने के लिए जीपीएम पुलिस ने जनपद सभागार के भवन को बैडमिंटन कोर्ट के रूप में विकसित किया है जिसमें 400 से अधिक खिलाड़ी रजिस्टर्ड होकर खेल रहे हैं। दिनांक 6. 8. 24 से 8.8.24 तक ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप का आयोजन किया गया था जिसमें 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया । स्वामी आत्मानंद स्कूल के बैडमिंटन कोर्ट का जीर्णोद्धार फिट कॉप फिट सिटी के अंतर्गत किया गया। क्षेत्र में युवाओं के मध्य स्केटिंग के लोकप्रियता को देखते हुए एकदिवसीय स्केटिंग कार्निवाल का आयोजन 27 .12 .24 को किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ से 150 से अधिक खिलाड़ियों ने पार्टिसिपेट किया।
“स्केटिंग कार्निवल” और “तिरंगा मैराथन” जैसे सामुदायिक कार्यक्रमों ने क्षेत्र में सकारात्मक प्रभाव डाला।
—विशेष पुरस्कार और सम्मान
पुलिस अधीक्षक कार्यालय
निरीक्षक सौरभ सिंह: मादक पदार्थ नष्टीकरण और समाधान सेल में उत्कृष्ट कार्य।
प्रधान आरक्षक राजाराम प्रजापति: रीडर शाखा में लगनशीलता।
आरक्षक रामचंद्र यादव: तकनीकी प्रशिक्षण और प्रबंधन।
यातायात शाखा
निरीक्षक भूपेंद्र कुर्रे: चालानी कार्य में 110% वृद्धि।
आरक्षक दिनेश उदय: जागरूकता अभियान में योगदान।
थाना स्तर
गौरेला: प्रधान आरक्षक संतोष बंजारे – अपराध निराकरण।
पेंड्रा: उपनिरीक्षक गंगा प्रसाद बंजारे – पुराने प्रकरणों का समाधान।
मरवाही: उपनिरीक्षक रणछोड़ सिंह सेंगर – अपराध और मर्ग निराकरण।
साइबर सेल
आरक्षक राजेश शर्मा और सुरेंद्र विश्वकर्मा: सनसनीखेज मामलों और मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ कार्य।
निष्कर्ष
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही पुलिस ने वर्ष 2024 में अपराध नियंत्रण, जन-जागरूकता, और सामुदायिक सहयोग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां दर्ज की हैं। यह वार्षिक रिपोर्ट जिला पुलिस की प्रतिबद्धता और पारदर्शिता को प्रदर्शित करती है।
जिला पुलिस प्रशासन का प्रयास है कि 2025 में अपराधों में और कमी लाने के साथ, जनता के साथ सहभागिता को और मजबूत किया जाए।