किसके हाथों में होगी छत्तीसगढ़ पुलिस की कमान? डीजीपी पद की रेस में हैं ये तीन अधिकारी, सरकार ने दिल्ली भेजा नामों का पैनल
रायपुर : छत्तीसगढ़ में नए पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति को लेकर तैयारियां तेज हो गई है। अगले साल फरवरी के महीने में प्रदेश को नया डीजीपी मिलेगा। सरकार ने नए डीजीपी के लिए तीन सीनियर आईपीएस अफसरों के नामों का पैनल संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) को भेजा है। जिन अधिकारियों के नाम भेजे गए हैं, उनमें आईपीएस पवन देव, अरुण देव गौतम और हिमांशु गुप्ता शामिल हैं। वर्तमान डीजीपी अशोक जुनेजा का कार्यकाल 5 फरवरी, 2025 को पूरा होने वाला है। ऐसे में सरकार ने अब नए डीजीपी के नामों का पैनल भेज दिया है।
New DGP of CG बता दें कि 2006 में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि राज्य सरकारें संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा सूचीबद्ध 3 सबसे वरिष्ठ अधिकारियों में से अपने DGP का चयन करें। चयनित अधिकारी को अपनी सेवानिवृत्ति तिथि की परवाह किए बिना कम से कम दो साल का कार्यकाल पूरा करना होगा।
डीजीपी बनने के लिए 30 साल की सेवा जरूरी है। इससे पहले स्पेशल केस में भारत सरकार डीजीपी बनाने की अनुमति दे सकती है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक सरकार ने अब तीन नाम संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) को भेज दिया है।
बता दें कि पवन देव और अरुण देव गौतम 1992 बैच के अधिकारी हैं। वहीं हिमांशु गुप्ता 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। पवन देव बिलासपुर जिले के एडिशनल एसपी और राजनांदगांव के एसपी रह चुके हैं। वर्तमान में DG रैंक के अधिकारी हैं।
पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक हैं। इसके अलावा अरुण देव गौतम एसपी के रूप में कोरिया, रायगढ़, जशपुर, राजनांदगांव, सरगुजा और बिलासपुर में पदस्थ रह चुके हैं। ADG के कार्यकाल में जेल और परिवहन, नगर सेना, अग्निशमन, लोक अभियोजन की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वहीं हिमांशु गुप्ता दंतेवाड़ा, जांजगीर–चापा, धमतरी, कोरबा और जगदलपुर में एसपी रह चुके हैं। सरगुजा रेंज, बस्तर रेंज और दुर्ग रेंज में IG रह चुके हैं।