छत्तीसगढ

Surat का निर्विरोध निर्वाचन संवैधानिक या असंवैधानिक

Surat से लोकसभा इलेक्शन में एक कैंडिडेट को निर्विरोध घोषित किया गया है

निर्विरोध कैसे निर्वाचित हुआ इस बहस में मैं नहीं जाना चाहता ।
पर विषय विचारणीय है की इलेक्शन में निर्विरोध निर्वाचन तभी होता है जब इसके सामने कोई अन्य प्रत्याशी न हों।

पर संसदीय इलेक्शन में हर लोकसभा क्षेत्र में एक प्रत्याशी NOTA भी होता है जिसे प्रत्याशी होने का संवैधानिक अधिकार है ।

फिर जब सूरत में NOTA प्रत्याशी था तो कैंडिडेट का निर्वाचन संवैधानिक कैसे है

यह निर्णय सूरत के वोटर के मौलिक अधिकार का हनन , तथा डेमोक्रेसी  पर कुठारघाट है ।

यदि सूरत के वोटर घोषित निर्विरोध प्रत्याशी को पसंद न करता हो तो उसे वह कैसे व्यक्त करे इस विषय पर देश में , सुप्रीम कोर्ट में चर्चा अवश्य होनी चाहिए

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