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clms के तहत मिलने वाली मदिरा से सीआईएसएफ जवान वंचित

नई दिल्ली..केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सीआईएसएफ जवानों को छोड़कर पहली बार मदिरा के लिए डिजिटल प्रणाली- सेंट्रलाइज्ड लिकर मैनेजमेंट सिस्टम (CLMS) की शुरुआत की गई है.जिसके लिए हमारी एसोसिएशन पिछले कई सालों से प्रयासरत थी और इस संबंध में प्रतिनिधि मंडल द्वारा माननीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय व केंद्रीय गृह सचिव से कई मुलाकात कर उन्हें लिखित ज्ञापन सौंपे थे। नतीजा अब सुरक्षा बलों के जवान किसी भी नजदीकी सीपीसी कैंटीन से मनचाहे ब्रांड की मदिरा ले सकते हैं जो कि फोर्सेस डी जी के द्वारा उठाया गया एक सराहनीय कदम है।

कॉनफैडरेसन आफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्सेस मार्टियरस वेलफेयर एसोसिएशन महासचिव रणबीर सिंह के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि *अब जवान किसी भी फोर्सेस के नज़दीकी केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार से मदिरा ले सकता है, लेकिन सीआईएसएफ के सेवारत एवं सेवानिवृत्त जवानों को कैंटीन से मिलने वाली मदिरा से वंचित रखा गया है। इस विषय को लेकर 17 अप्रैल 2023 को ए डी जी एच आर सिंह चेयरमैन के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल द्वारा माननीय महानिदेशक सीआरपीएफ एस एल थाउसेन से मुलाकात की है।*

आप बीएसएफ डी जी के अलावा वार्ब चेयरमैन भी है। मुलाकात के दौरान सुरक्षा बलों के अन्य भलाई संबंधित मुद्दों के अलावा खासकर सीआईएसएफ के सेवानिवृत्त जवानों को मदिरा जारी करने हेतु निवेदन किया गया है। इससे ना केवल कैंटीन लाभांश बल्कि जीएसटी टैक्स में भी सरकार को फायदा होगा। ज्ञातव्य रहे कि सीआईएसएफ महानिदेशालय द्वारा सीएलएमएस के तहत मिलने वाली मदिरा के लिए मना कर दिया गया था, कारण यह बताया गया था, कि सीआईएसएफ जवान अति संवेदनशील,उच्च सुरक्षा वाले जोन व महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा में तैनात है। वी एस कदम कोषाध्यक्ष के अनुसार सरहदों की सुरक्षा से ज्यादा और कौन सा क्षेत्र अतिसंवेदनशील है। जबकि तीनों सेनाओं के अंगों व सभी सुरक्षा बलों में सीआईएसएफ को छोड़कर मदिरा जारी की जा रही है।

जयेंद्र सिंह राणा अध्यक्ष ने इस मुलाकात से यह उम्मीद जताई है,कि सीआईएसएफ डीजी महोदय फिर से सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए जवानों खासकर रिटायर्ड कर्मियों को सीएलएमएस के तहत मिलने वाली मदिरा जारी करने का आदेश पारित करेंगे।

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