PCC चीफ की वजह से कांग्रेस की हुई हार, नहीं बदले तो 20 सीट भी नहीं जीत पाएंगे’ पूर्व प्रवक्ता ने आलाकमान से की जीतू पटवारी की शिकायत

चीफ की वजह से कांग्रेस की हुई हार, नहीं बदले तो 20 सीट भी नहीं जीत पाएंगे’
भोपाल : लोकसभा चुनाव 2024 में मध्यप्रदेश में मिली करारी हार का गम कांग्रेस भूला नहीं पा रही है। कांग्रेस नेता कभी अपने ही नेताओं का पर हार का ठिकरा फोड़ने लगते हैं तो कभी EVM पर दोष मढ़ देते हैं। हालांकि इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को संतोषजनक परिणाम मिलने के बाद EVM पर आरोप नहीं लग रहे थे,
लेकिन सोशल मीडिया प्लेटफार्म X के मालिक एलोन मस्क के बयान के बाद कांग्रेस नेता फिर से EVM का राग अलापने लगे हैं। लेकिन इस बीच मध्यप्रदेश के एक कांग्रेस नेता के लेटर ने पूरे सियासी गलियारे को हिलाकर रख दिया है। कांग्रेस नेता ने अपने लेटर में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के खिलाफ शिकायत की है।
मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेता और पूर्व प्रवक्ता अमिताभ अग्निहोत्री ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी की शिकायत की है। अमिताभ अग्निहोत्री ने मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव में मिली हार का जिम्मेदार जीतू पटवारी को बताया है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि उन्हें जल्द से पद से नहीं हटाया गया तो अगले चुनाव में पार्टी को 20 सीट भी नहीं मिलेगी।
अमिताभ अग्निहोत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि MP में कांग्रेस अपने चापलूसों ,पट्ठों और पूंजीवादियों की वजह से चुनाव हारी है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के 66 विधायकों की सीट पर पर्टी 50 सीट हार गई, जिसके लिए पूरी तरह जीतू पटवारी ही जिम्मेदार हैं। जीतू पटवारी नर्सिंग घोटाला, आयुष्मान घोटाला, कोरोना घोटाले को चुनावी मुद्दा नहीं बना पाए, जबकि ये बड़ा चुनावी मुद्दा था।
उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा है कि अगर जीतू पटवारी अध्यक्ष बने रहे तो कांग्रेस अगले चुनावों में 20 सीट भी नहीं जीत पाएगी। वहीं, अमिताभ अग्निहोत्री का लेटर सामने आने के बाद भाजपा विधायक भगवानदास सबनानी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। भगवानदास का कहना है कि कांग्रेस में अंतर्कलह खुलकर सामने आ गई है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में कांग्रेस को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। यहां की 29 सीटों में से कांग्रेस एक भी सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाई है। यहां तक कांग्रेस छिंदवाड़ा भी हार गई, जिसे पूर्व सीएम कमलनाथ का गढ़ कहा जाता था। यहां पिछले 30 साल से अधिक समय से कांग्रेस का ही उम्मीदवार जीतकर आता था।