174 बोरी अवैध धान जब्त: यूपी से तीन पिकअप वाहन में भरकर छत्तीसगढ़ ला रहे थे, राजस्व और खाद्य विभाग की टीम ने पकड़ा
छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर से धान खरीदी शुरू हो चुकी है।
इससे पहले बलरामपुर में विभागीय अधिकारियों ने जांच के दौरान उत्तर प्रदेश से छत्तीसगढ़ की ओर आ रहे तीन पिकअप वाहन से 174 बोरी अवैध धान के पकड़ा है।
रघुनाथनगर तहसीलदार ईश्वर चंद यादव ने बताया कि उत्तरप्रदेश से 03 पिकअप वाहन यूपी 64 बीटी 1285 में 55 बोरी धान, यूपी 64 सिटी 2619 में 54 बोरी तथा शोल्ड पिकअप से 65 बोरी कुल 174 बोरी अवैध धान का परिवहन किया जा रहा था। पूछताछ के दौरान संतोषप्रद जवाब नहीं देने पर धान सहित वाहन को जब्त कर संबंधित थाने को सुपुर्द कर दिया गया।
किसानों के लिए टोल फ्री नंबर जारी
जिले में धान खरीदी विपणन वर्ष 2024-25 के लिए टोल फ्री नंबर 18002333663 जारी किया गया है। जिसमें धान खरीदी से संबंधित जानकारी, सूचना या समस्या के समाधान के लिए संपर्क कर सकते हैं। यदि किसानों को किसी प्रकार की कोई समस्या है तो वह टोल फ्री नंबर पर संपर्क कर इसकी सूचना भी दे सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि किसान पंजीयन की निर्धारित सीमा तक जिले में 50660 किसानों ने पंजीयन कराया है। इसमें 3980 हजार नए किसान शामिल हैं। जिले में स्थापित 49 धान खरीदी केन्द्रों के जरिए निर्धारित अवधि सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक वे अपना धान बेच पाएंगे तथा शनिवार, रविवार और सार्वजनिक अवकाश पर धान खरीदी नहीं होगी।
धान खरीदी केन्द्रों की सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी निगरानी
धान खरीदी केन्द्रों सहित संग्रहण केन्द्रों और राइस मिल में पारदर्शिता के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। धान खरीदी के लिए इलेक्ट्रॉनिक कांटा-बांट का तौल में इस्तेमाल होगा। धान बेचने वाले पंजीकृत किसानों का बायोमेट्रिक सत्यापन किया जाएगा। बलरामपुर से लगे झारखंड, यूपी और एमपी की सीमा से लगे अंतरराज्यीय नाकों पर इन राज्यों से आने वाले माल वाहकों की कड़ाई से जांच की जा रही है।
झारखंड और उत्तर प्रदेश में धान की कीमत 16 से 18 रुपए प्रति किलो तक है। इसके कारण पहले के वर्षों में भी झारखंड और यूपी का धान छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर खपाया जाता रहा है।