
“Sky Lounge”: खाने का ढोंग, शराब का जश्न! आबकारी विभाग की नींद में रायगढ़ का कानून बेहोश?
रायगढ़@दीपक शोभवानी :- रायगढ़ के ओडिशा रोड पर जूटमिल थाना क्षेत्र में “Sky Lounge” रेस्टोरेंट का बोर्ड तो खाने-पीने की दावेदारी करता है, लेकिन असलियत में ये आबकारी विभाग की नाक के नीचे शराब का अवैध धंधा चला रहा है। एक वायरल वीडियो ने इस ‘रेस्टोरेंट’ की पोल खोलकर रख दी, जहां देर रात तक शराब की महफिलें सज रही हैं—वो भी बिना बार लाइसेंस के! और मजे की बात? ग्राहकों को “Sky Cold Drinks B” के नाम से फर्जी बिल थमाकर इस काले कारोबार को वैध का चोला पहनाया जा रहा है। ये सिर्फ कानून की धज्जियां नहीं, बल्कि सरकारी खजाने को लाखों का चूना और वैध बार वालों के लिए सिरदर्द है। सवाल ये—”Sky Lounge” की इस बेखौफ हरकत के पीछे आबकारी विभाग की खामोशी क्या रंग दिखाएगी?
“Sky Lounge” में शराब का नशा सिर चढ़कर बोल रहा है। 200 रुपये की बीयर 350 रुपये में बिक रही है, और बिल? वो तो “Sky Cold Drinks B” के नाम से! ये क्या, शराब को कोल्ड ड्रिंक का लेबल चिपकाकर आबकारी विभाग को चकमा देने का जुगाड़? वायरल वीडियो में साफ दिखता है—रात के अंधेरे में म्यूजिक की धुन, माहौल की रौनक और शराब की बोतलें खनक रही हैं।
बिना लाइसेंस के बार की सारी सुख-सुविधाएं, वो भी तब, जब आबकारी विभाग के नियमों में लाइसेंस लेने के लिए लाखों रुपये और कागजी जंग चाहिए। वैध बार संचालक “बि” लख रहे हैं, क्योंकि “Sky Lounge” का ये अवैध खेल उनके धंधे की कमर तोड़ रहा है। और सबसे बड़ा घाटा? सरकार का, जो इस ‘शराबी ड्रामे’ से टैक्स की लाखों की कमाई गंवा रहा है। आबकारी विभाग की चुप्पी इस धंधे को और हवा दे रही है—क्या ये संयोग है या सेटिंग?
रात का नशा, दिन का सन्नाटा: “Sky Lounge” की रंग-बिरंगी रातें इलाके की शांति को निगल रही हैं। स्थानीय सूत्र: बताते हैं कि देर रात तक की इस ‘मस्ती’ ने असामाजिक तत्वों को हौसला दे दिया है। शोर, हंगामा, और कभी-कभी मारपीट—ये सब अब रोज का किस्सा है। लोग सवाल उठा रहे हैं—”Sky Lounge” को इतनी छूट कैसे? क्या आबकारी विभाग की आंखों पर पट्टी बंधी है, या कोई ‘मोटी मलाई’ इस धंधे को चला रही है? आबकारी विभाग की खामोशी हर सवाल को और गहरा कर रही है।
DSP का वादा, आबकारी विभाग का मौन: डीएसपी सुशांतो बनर्जी ने कहा, “जांच होगी, नियमों के मुताबिक कार्रवाई करेंगे।” असली सवाल तो आबकारी विभाग से है—जो लाइसेंस की जांच और अवैध शराब पर नकेल कसने का जिम्मेदार है, वो कहां सोया हुआ है? “Sky Lounge” का ये तमाशा कब तक चलेगा? क्या आबकारी विभाग सिर्फ कागजी शेर है, या वाकई इस ‘शराबी रंगमंच’ का पर्दा गिराएगा?
कानून की मट्टी-पलीद या सिस्टम की साजिश?: “Sky Lounge” का ये धंधा कोई छोटी चूक नहीं, बल्कि आबकारी विभाग की नाकामी का चमचमाता सबूत है। अगर एक रेस्टोरेंट बिना लाइसेंस के बार चला सकता है, तो नियम-कानून का डर किसे? वैध बार संचालक, जो लाखों रुपये खर्च कर आबकारी विभाग के नियमों की रस्सी पर चलते हैं, अब खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। और जनता? वो तो बस इतना जानना चाहती है कि रायगढ़ में आबकारी विभाग कानून का पहरेदार है, या “Sky Lounge” जैसे धंधों का ‘मूक संरक्षक’? क्या कोई ‘पावरफुल सेटिंग’ इस खेल को चला रही है?
आगे का रास्ता: अगर आबकारी विभाग ने अब भी आंखें नहीं खोलीं, तो “Sky Lounge” जैसे ‘रेस्टोरेंट’ रायगढ़ को अवैध बारों का गढ़ बना देंगे। ये सिर्फ एक होटल की कहानी नहीं, बल्कि कानून की साख, व्यवस्था की इज्जत और जनता के भरोसे का सवाल है। आबकारी विभाग को चाहिए कि तुरंत “Sky Lounge” की जांच करे, अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाए और दोषियों को सलाखों के पीछे भेजे। जनता की नजर अब आबकारी विभाग के हर कदम पर टिकी है—क्या वो “Sky Lounge” के इस ‘शराबी रंगमंच’ का पर्दा गिराएगा, या ये तमाशा यूं ही चलता रहेगा?
“Sky Lounge” का ‘कोल्ड ड्रिंक’ ड्रामा अब रायगढ़ की गलियों में गूंज रहा है। लेकिन असली सवाल ये है—क्या आबकारी विभाग इस नशे को उतारेगा, या खुद ‘सेटिंग’ के नशे में चूर रहेगा? “Sky Lounge” की बोतलें तो खुल रही हैं, लेकिन कानून की साख बंद पड़ी है। आबकारी विभाग, अब जागो—रायगढ़ की जनता इंतजार में है, और वक्त बीत रहा है!