पैरोल अवधि समाप्ति के बाद भी फरार चल रहे आरोपी दीपक उर्फ मंठू निवासी कवई को सन्ना पुलिस ने अभिरक्षा में लेकर केन्द्रीय जेल अंबिकापुर भेजा
आरोपी को धारा 370(2) के प्रकरण में माननीय न्यायालय द्वारा 07 वर्ष की सजा सुनाई गई थी,
संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि माननीय सत्र न्यायाधीश जशपुर के प्रकरण क्र. 84/15 धारा 370(2) भा.द.सं. के सजायाफ्ता बंदी दीपक राम उर्फ मंठू उम्र 21 साल निवासी कवई थाना सन्ना जिला जषपुर छ.ग. को माननीय न्यायालय से 07 वर्ष का सजा होने पर केन्द्रीय जेल अंबिकापुर में सजा काट रहा था। केन्द्रीय जेल अंबिकापुर द्वारा उक्त बंदी के पैरोल से फरार होने की सूचना पुलिस अधीक्षक कार्यालय जशपुर में दी गई थी।
उक्त आरोपी के निवास पर जशपुर पुलिस द्वारा लगातार दबिश दी रही थी, आज दिनांक 09.10.2024 को मुखबीर से सूचना मिला कि उक्त फरार बंदी दीपक राम उर्फ मंटू अपने घर में आया हुआ है, इस सूचना पर थाना सन्ना के स्टाॅफ द्वारा तत्काल जाकर उसे अभिरक्षा में लेकर केन्द्रीय जेल अंबिकापुर भेजा गया है।
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी सन्ना उप निरीक्षक बृजेष यादव, प्र.आर. विजय खूंटे, आर. प्रदीप तिर्की, आर. बिमलेष्वर एक्का का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।पैरोल अवधि समाप्ति के बाद भी फरार चल रहे आरोपी दीपक उर्फ मंठू निवासी कवई को सन्ना पुलिस ने अभिरक्षा में लेकर केन्द्रीय जेल अंबिकापुर भेजा,
आरोपी को धारा 370(2) के प्रकरण में माननीय न्यायालय द्वारा 07 वर्ष की सजा सुनाई गई थी,
संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि माननीय सत्र न्यायाधीश जशपुर के प्रकरण क्र. 84/15 धारा 370(2) भा.द.सं. के सजायाफ्ता बंदी दीपक राम उर्फ मंठू उम्र 21 साल निवासी कवई थाना सन्ना जिला जषपुर छ.ग. को माननीय न्यायालय से 07 वर्ष का सजा होने पर केन्द्रीय जेल अंबिकापुर में सजा काट रहा था। केन्द्रीय जेल अंबिकापुर द्वारा उक्त बंदी के पैरोल से फरार होने की सूचना पुलिस अधीक्षक कार्यालय जशपुर में दी गई थी।
उक्त आरोपी के निवास पर जशपुर पुलिस द्वारा लगातार दबिश दी रही थी, आज दिनांक 09.10.2024 को मुखबीर से सूचना मिला कि उक्त फरार बंदी दीपक राम उर्फ मंटू अपने घर में आया हुआ है, इस सूचना पर थाना सन्ना के स्टाॅफ द्वारा तत्काल जाकर उसे अभिरक्षा में लेकर केन्द्रीय जेल अंबिकापुर भेजा गया है।
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी सन्ना उप निरीक्षक बृजेष यादव, प्र.आर. विजय खूंटे, आर. प्रदीप तिर्की, आर. बिमलेष्वर एक्का का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।