छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़- ओडिशा में सांसद देवेंद्र ने दिखाई दमदारी, ओडिशा में बनी राज्य सरकार, 21 में से 20 सांसद जीते

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छत्तीसगढ़ में स्टार प्रचारक और ओडिशा में प्रवासी के तौर पर किया प्रचार

रायगढ़ । रायगढ़ लोकसभा चुनाव में राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह को अहम जिम्मेदारी मिली थी जिसे बखूबी निभाते हुए पूरे छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार किया। रायगढ़ राजपरिवार के राजा देवेंद्र प्रताप सिंह ने महासमुंद , राजनांदगांव, बस्तर के साथ रायगढ़ में धुंआधार प्रचार किया और छत्तीसगढ़ के चुनाव के बाद ओडिशा में जिम्मेदारी संभाली। अपने शांत स्वभाव और ओजस्वी भाषणों के बूते उन्होंने जनता के बीच अपनी मजबूत छवि पेस की साथ ही पार्टी की ओर आकर्षित भी किया । सांसद देवेंद्र और उनकी टीम की मेहनत को ओडिसा में सत्ता परिवर्तन में नजरंदाज नहीं किया जा सकता।

प्रख्यात कला प्रेमी महाराजा चक्रधर सिंह के रायगढ़ की अपनी पहचान रही है और गोंड राजवंश प्रखर आदिवासी राजवंश से होने के कारण देवेंद्र का प्रचार छत्तीसगढ़ और ओडिशा में प्रभावशाली रहा। इतिहास में भी रायगढ़ राजपरिवार प्रमुख आदिवासी राजाओं में थे । चुनाव में मिली जिम्मेदारी पर अच्छे प्रदर्शन से आदिवासी बहुल छत्तीसगढ़ के प्रभावशाली आदिवासी नेता के तौर पर देवेंद्र की पहचान बनी है। वह छत्तीसगढ़ी, गोंडी, ओड़िया भाषा में पारंगत है।

सांसद देवेंद्र की राजनीति का केंद्र लैलूंगा विधानसभा रही है जहा से सांसद बनने के पूर्व जिला पंचायत सदस्य भी रहे । इस बार भारतीय जनता पार्टी द्वारा राज्यसभा में भेजे जाने से क्षेत्र की जनता का भरपूर समर्थन भाजपा को मिला मोदी जी की स्वच्छ छवि ,पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत के साथ देवेंद्र को सांसद बनाने का दोहरा लाभ लैलूंगा विधानसभा में मिला और क्षेत्र की जनता ने ऐतिहासिक 35000 की बढ़त लोकसभा के चुनाव में राधेश्याम राठिया को दिया।

छत्तीसगढ़ के लोकसभा चुनाव के स्टार प्रचारक देवेंद्र प्रताप को पार्टी ने उड़ीसा में भी प्रचार की जिम्मेदारी दी। वे संबलपुर लोकसभा जहां से केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान चुनाव लड़ रहे हैं वहां संगठन को मजबूत करने के साथ साथ जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने 20 दिनों तक क्षेत्र में काम किया।

यहां सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह अपने भाषण में लगातार बीजेडी को लेकर एंटीइनकंबेंसी की बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के बुजुर्ग होने और उनके हिस्से के सारे निर्णय पांडियन ले रहे हैं। सांसद देवेन्द्र ने पूर्व आईएएस पांडियन को लगातार अपने भाषणों में घेरा। लालफीताशाही छोड़कर जब सफेद चोगा पहन नेता बने हैं तब से पार्टी में ही उनको लेकर गुटबाजी चरम पर है। स्थानीय जनता में पांडियन के आने से सरकार के लिए एंटी इनकंबेंसी का माहौल रहा। इसी कारण ओडिसा की जनता ने इस बार 24 साल से सत्ता में काबिज बीजेडी को हटाकर बीजेपी को चुना। सांसद देवेंद्र ने मोदी की गारंटी और बीजेडी की खामियों को हर सभा में खुलकर रखा और बेबाक तरीके से जुबानी प्रहार किया।

आज दिल्ली में एनडीए की संसदीय दल की बैठक में हुए शामिल
नई दिल्ली में आयोजित संसदीय दल की बैठक में आज सांसद देवेंद्र मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और छत्तीसगढ़ की सभी निर्वाचित सांसदों के साथ शामिल हुए जहां पार्टी के आला नेताओं से मिलकर उनको बधाई भी दी

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