राधा गोविंद मंदिर में सोल्लास पूर्वक मनाया गया राधाअष्टमी उत्सव,
विशेष पूजा अर्चना हरि संकीर्तन और भजन संध्या कार्यक्रम में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
अपरान्ह को जहां पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा लक्ष्मी नारायण संप्रदाय के कलाकारों ने शमां बांधा वहीं शाम को स्थानीय कलाकारों ने राधागोविंद और मीरा बाई के भजनों पर श्रद्धालुओं को झुमने पर मजबूर कर दिया
चक्रधरपुर । रेलवे क्षेत्र के पंाचमोड स्थित श्री श्री राधा गोविंद मंदिर में बुधवार को राधाअष्टमी सोल्लास पूर्वक मनाया गया।
इस पावन अवसर पर मंदिर में विशेष पूजा अर्चना, हरि संकीर्तन और भजन संध्या का भव्य आयोजन किया गया। सुबह राधा गोविंद का श्रृंगार दर्शन के साथ साथ आरती, भोग आरती हरि संकीर्तन , मंदिर परिक्रमा और भजन संध्या का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। इस अवसर पर पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा से पधारे लक्ष्मी नारायण संप्रदाय के लोगों के द्वारा राधारानी के जन्मोद्द्ेश्य, श्री कृष्ण प्रेम कथा का पदावली कीर्तन के माध्यम से प्रकाश डाला गया। बंगाल से सुप्रसिद्ध कलाकारों ने राधाष्टमी के अवसर पर राधा रानी की महिमा का गायन किया।
इस अवसर पर मंदिर से प्रधान सेवक प्रभु आदिकांत सारंगी, पुजारी सुशांत रथ, संजय रथ प्रभु सहित अन्य श्रद्धालुओं के द्वारा आरती कि या गया। अपरान्ह को जहां हरि संकीर्तन और पदावली कीर्तन में पश्चिम बंगाल के कलाकारों ने भक्ति रस का शमां बांधा वहीं शाम को मंदिर परिसर में आयोजित भजन संध्या स्थानीय कलाकार श्रेया दत्ता, मारिशा खिरवाल, अनुप दास, नीलम, श्रीधर ने राधा गोविंद मीरा बाई एवं श्रीकृ ष्ण धाम वृंदावन से जुड़ी सुंदर और मनमोहक भजनों से श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। राधाष्टमी के अवसर पर कई बालाएं राधारानी के वेश में सज धज कर मंदिर परिसर में पधारी जिसे देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रुप से मंदिर की सेविका दमंयती माता, अनुज प्रधान, मिथुन प्रधान, अनुप दास, शिबु मोहंती सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। राधाष्टमी के अवसर पर शहर तथा आसपास के ग्रामीणों की भी खासी उपस्थिति रही।