छत्तीसगढ़

विवादित प्राचार्या को प्रभारी DEO बनाने को लेकर पूरे क्षेत्र में विरोध फिर सुरु हुआ

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सारंगढ़ :  पूर्व विवादित प्राचार्य एल.पी. पटेल को सारंगढ़ में प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी  के पद पर पुनः पदभार देने के आदेश के बाद छात्र संगठन में भरी नाराजगी देखने को मिल रही है पूर्व छात्रों का कहना है की कई गंभीर गंभीरमामलों में इन्हे प्रत्यक्ष दोसी पाया गया जिसपर प्रशसन द्वारा इनको कई बार निलंबित किया गया है और  इनका स्थानांतरण भी किया गया जिसमे पूर्व के अपने प्राचार्य के पद का गलत उपयोग कर अपने बेटी को परीक्षा नियम के विपरित जा कर उसे निजी लाभ दिलाना,

एवं अपने विद्यालय के छात्रों को बोर्ड परीक्षा से वंचित करना और प्रताड़ित करना , जिसके विरोध के बाद इनका स्थानांतरण कापन जांजगीर जिला में हुआ जहां इनका रवैया में किसी प्रकार का सुधार नहीं हुआ और वहां भी स्कूली छात्रों से 500 – 500 रुपया का अवैध वसूली किया गया जिसमे इनको फिर निलंबित किया गाय जिसके बाद इनको बहल करते हुए धनसीर में प्रचार नियुक्त किया गया और उसके बाद अब इनको प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी नियुक्त किया गया है

जिसका विरोध किया गया था और तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी एस. एन. भगत के द्वारा उच्च न्यायालय से ईस्ट दिया गया और तब तक के लिए इन्हें अपने मूल पद धनसिर स्कूल में प्राचार्या के पदभार सम्हालने को कहा गया जिसपर इनके द्वारा उच्च न्यायालय के आदेशों का परिपालन नहीं किया और फिर से जिला प्रशासन द्वारा आदेश जारी कर इन्हे जिला शिक्षा अधिकारी जैसे महत्त्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया जाना बहुत ही निंदनीय विषय है

जिसके विरोध में पूर्व छात्रों ने अनिश्चित कालीन विरोध प्रदर्शन करने को लेकर अनुविभागी अधिकारी सारंगढ़, व सीटी कोटवाली थाना प्रभारी के विरोध प्रदर्शन की सूचना दिया गया जिसमे प्रतिलिपि में जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के भी ज्ञापन सौंपा गया है जिसमे इनके पूर्व के कार्यव्यवहार को देखते हुए भी इन्हे जिला शिक्षा अधिकारी बनाने के विरोध में पूर्व छात्रों द्वारा दिनांक 27/08/24 से भारत माता चौंक सारंगढ़ में अनिश्चित कालीन विरोध प्रदर्शन एव हरताल करने की बात कही गई है

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