बलौदाबाजार में रफी नाइट, एक शाम रफी के नाम कार्यक्रम का आयोजन, कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा होंगे शामिल, साहित्य, कला और संगीत के बिना जीवन अधूरा- केके वर्मा
बलौदा बाजार: संगीत के बिना जीवन अधूरा है। कहते हैं संगीत हर मर्ज की दवा है अच्छे संगीत सुनने से मन को शांति मिलती है। इसी भावना को लेकर अंचल के कलाकारों एवं गायन के क्षेत्र में उभरते नव निहालों तथा युवाओं के गायन प्रतिभा को निखरने संवारने तथा प्रोत्साहित करने और सिंगिंग टैलेंट को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विगत 13 वर्षों से रफी नाइट कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के कलाकारों के अलावा अंचल के छोटे बड़े कलाकारों को मंच प्रदान किया जाता है जिससे वह अपनी कला को संगीत के माध्यम से जन-जन तक पहुंचा सके।
कैबिनेट मंत्री टंक राम वर्मा करेंगे इन सभी को सम्मानित
रफी नाइट कार्यक्रम के आयोजक के के वर्मा ने कही वर्मा ने प्रेस मीडिया के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया की यह कार्यक्रम विगत 13 वर्षों से निरंतर नगर वासियों के सहयोग से संपन्न होते आ रहा है। इस कार्यक्रम में संगीत के अलावा महत्वपूर्ण बात यह है कि इसी मंच में अंचल के 10वीं एवं 12वीं के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को गौरव सम्मान, बुजुर्ग सियानो को धरोहर सम्मान, महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले महिला स्व सहायता समूह के अलावा चौथे स्तंभ के रूप में अपनी पत्रकारिता के माध्यम से अपनी कलम की धार से लोगों को जागरूक एवं न्याय दिलाने और सच्चाई को सामने लाने वाले प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कुछ चुनिंदा पत्रकार साथियों का गौरव सम्मान छ्त्तीसगढ़ प्रदेश के कैबिनेट मंत्री टंक राम वर्मा (CG Cabinet Minister Tank Ram Verma) के हाथों सम्मान किया जावेगा।
पत्रकार ने कही महत्वपूर्ण बाते
ETV भारत के जिला रिपोर्टर चंद्रकांत वर्मा ने कहा कि समय परिवर्तनशील है। जो आज है, वह कल नहीं होगा। भगवान कृष्ण ने गीता में कहा है- ‘जो आज तेरा है, कल किसी और का था और कल किसी और का होगा।’ इस दुनिया में परिवर्तन स्थायी है। परिस्थितियों के परिवर्तन से कभी हम खुशी से झूमने लगते हैं, तो कभी गम के सागर में डूब जाते हैं। दुख से बाहर आने के अलग-अलग उपाय ढूढ़ने लगते हैं। पर ये उपाय क्षणिक होते हैं। गम और खुशी का सोता तो मन से बहता है। मन ही है जड़ सुख-दुख की। मन का सीधा संबंध दिमाग से होता है और सोच वहीं पैदा होती है। वही बात है कि गिलास आधा खाली है या आधा भरा है। आधे भरे की सोच कर रखें तो मन के अंदर चल रहा अंर्तद्वंद्व समाप्त हो जाए। इसी को सकारात्मकता कहते हैं।
यह दुनिया अनिश्चितता और अराजकता से भरी हुई है। सुख और दुख के पलों के सिकुड़न और विस्तार इस बात पर निर्भर करता है कि हमने उससे निपटने के लिए क्या किया? ऐसे समय में गीत-संगीत सहानुभूति की शरणस्थली होते हैं। संगीत तो व्यक्ति के अनुभव और सांसारिक सत्य के बीच सेतु की तरह काम करता है। संगीत अस्तित्व के धागों को बुनता है। दुख के समय सांत्वना देता है। -चंद्रकांत (चंदु) वर्मा, ETV भारत रिपोर्टर
कब होगा रफी नाइट कार्यक्रम?
रफी नाइट कार्यक्रम के आयोजन 31 जुलाई 2024 को शाम 5:00 बजे से नगर भवन बलौदाबाजार में आयोजित है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री टंक राम वर्मा, अध्यक्षता चितावर जायसवाल विशिष्ट अतिथि राकेश वर्मा विक्रम गिरी के अलावा बलौदा बाजार जिले के कलेक्टर दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल को भी कार्यक्रम में उपस्थित होकर कार्यक्रम का शुभारंभ करने का निवेदन किया है जिसे कलेक्टर दीपक सोनी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए उपस्थित होने का सहमति प्रदान किया गया है। उक्त कार्यक्रम में कुष्ण कुमार वर्मा ने अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम की आनंद लेने की अपील की है।
पत्रकार अरविंद मिश्रा ने कहा शब्द और राग मिलकर एक काल्पनिक चित्र निर्माण करते हैं। कोई-कोई गीत चित्रांकन करता चलता है। ठीक वैसे ही जैसे कोई लेख या कहानी दिमाग में चित्रांकन करते हैं। कहने का अभिप्राय यह है कि बिना संगीत जीवन की कल्पना अधूरी है। -अरविंद मिश्रा, टीवी रिपोर्टर
कार्यक्रम को सफल बनाने ये अभी सामिल
कार्यक्रम को सफल बनाने संरक्षक गण रामाधार पटेल, देशबंधु नरेंद्र शर्मा रफ्तार मीडिया, अध्यक्ष मोहन दास मानिकपुरी, उपाध्यक्ष मिथिलेश वर्मा, सचिव सालिक यादव, सहसचिव विनय गुप्ता, मीडिया प्रभारी फनेश वर्मा, सलाहकार श्याम शुक्ला, ओम प्रकाश वर्मा के अलावा कार्यकारिणी के सदस्य अखिलेश पदमवार मुरारी साहू, लियाकत अली, विनोद तिवारी, प्रमोद कुमार शुक्ला, राजेश केडिया, डॉक्टर दुलार पटेल, कन्हैया यादव, जीतेश श्रीवास्तव दिनेश वर्मा, दीनू मानिकपुरी, नंदकिशोर वर्मा, जोरशोर से तैयारी में जुटे हुए हैं।