पूना मारगेम : जिला सुकमा में बड़ी सफलता माओवादी कैडरों का आत्मसमर्पण व पुनर्वास—शांति प्रक्रिया को नई गति

छत्तीसगढ़ शासन व भारत सरकार की नीतियों के अनुरूप बस्तर रेंज में शांति, पुनर्वास और समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए चल रही पहल को आज जिला सुकमा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मिली।
“पूना मारगेम : पुनर्वास से पुनर्जीवन” अभियान के तहत सुकमा में 10 माओवादी कैडरों, जिनमें 6 महिलाएँ शामिल हैं, ने हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। इन पर कुल ₹33 लाख का इनाम घोषित था।

🔹 भारी हथियारों के साथ आत्मसमर्पण
समर्पित कैडरों ने सुरक्षा बलों के समक्ष निम्न हथियार जमा किए—
- 01 AK-47 राइफल
- 02 SLR राइफल
- 01 स्टेन गन
- 01 BGL लॉन्चर
- 01 .303 राइफल

इन हथियारों पर ₹8 लाख का इनाम घोषित था।
🔹 पुनर्वासित कैडरों में शामिल रैंक
- PLGA बटालियन-01 के प्लाटून कमांडर (CyPCM)
- दरबा डिवीजन के 02 एरिया कमेटी सदस्य (ACM)
- PLGA प्लाटून 31 व 26 के PPCM सदस्य
- गोल्लापल्ली LOS के 02 सदस्य
- 03 पार्टी सदस्य (PM)
सभी ने “शांति व विकास का मार्ग अपनाने” का संकल्प लिया।
2025 में सुकमा में अब तक 263 माओवादी सरेंडर

सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि आज हुए आत्मसमर्पण के साथ वर्ष 2025 में जिले में कुल 263 माओवादी मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं। यह आँकड़ा क्षेत्र में बढ़ते विश्वास और स्थायी शांति की दिशा में बड़ा संकेत है।
IGP बस्तर का बयान : माओवादी विचारधारा का अंत निकट
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुन्दरराज पत्तिलिंगम ने कहा—
“सुकमा में 10 माओवादी कैडरों का पुनर्वास इस बात का स्पष्ट संकेत है कि हिंसक व जनविरोधी माओवादी विचारधारा का अंत अब समीप है। लोग ‘पूना मारगेम’ पर भरोसा जताते हुए शांति और पूर्ण गरिमा के साथ मुख्यधारा में लौट रहे हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 11 महीनों में बस्तर रेंज में 1,514 से अधिक माओवादी कैडर आत्मसमर्पण कर चुके हैं।
IGP ने शेष काडरों—जिनमें देवजी, पाप्पा राव, देवा (Barse Deva) आदि शामिल हैं—से हिंसा त्यागने का आह्वान किया।
वायान वाटिका : पुनर्समावेशन का नया प्रतीक
आज सुकमा मुख्यालय में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में आत्मसमर्पित कैडरों ने “वायान वाटिका” में पौधारोपण किया।
गोंडी भाषा में “वायान” का अर्थ है—आशा और भविष्य की बगिया।
समुदाय के वरिष्ठजनों द्वारा प्रदान किए गए पौधों को रोपकर कैडरों ने शांतिपूर्ण जीवन की नई शुरुआत का संदेश दिया। वायान वाटिका क्षेत्र में विश्वास-निर्माण और सामुदायिक भागीदारी का प्रतीक बनकर उभर रही है।
कार्यक्रम में प्रमुखों की उपस्थिति
- सुन्दरराज पत्तिलिंगम, IGP बस्तर
- देवेश धूर्व, कलेक्टर सुकमा
- किरण चव्हाण, SP सुकमा
- आनंद सिंह, DIG CRPF
- समाज प्रमुख, मीडिया प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में जवान
पूना मारगेम—पुनर्वास से पुनर्जीवन
जिला सुकमा में आज का आत्मसमर्पण अभियान बस्तर में स्थायी शांति, सामुदायिक सहयोग और सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक और मजबूत कदम साबित हुआ।





