ओडिशा में फर्जी विजिलेंस ऑफिसर बनकर वसूली करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार

ओडिशा के सुबरनपुर जिले में एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है, जहां खुद को सतर्कता विभाग (विजिलेंस) का अधिकारी बताकर एक वरिष्ठ ओडिशा प्रशासनिक सेवा (OAS) अधिकारी से जबरन वसूली करने वाले दो जालसाजों को गिरफ्तार किया गया है।
मेंधमाल, बिरमहाराजपुर निवासी गणेश प्रसाद नंदा और उनके रिश्तेदार प्रदीप कुमार पांडा ने सीनियर OAS अधिकारी को डराने-धमकाने के लिए खुद को विजिलेंस अधिकारी बताया और विजिलेंस केस में फंसाने की धमकी देते हुए दो किश्तों में कुल 4 लाख रुपये वसूल लिए।
गणेश नंदा ने Truecaller ID पर अपना नाम “Vigilance Officer” दिखाया और कई मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल कर सरकारी अधिकारियों को रिश्वत लेने और धन के दुरुपयोग के झूठे आरोप लगाकर रेड और DA सर्च न करने के नाम पर पैसे ऐंठे। दोनों आरोपी इस पूरे रैकेट को मिलकर चला रहे थे।
ओडिशा विजिलेंस को हाल ही में इस तरह की वसूली करने वाले गिरोह की गतिविधियों की विश्वसनीय जानकारी मिली थी। इसके बाद उन पर लगातार निगरानी रखी गई।
11 दिसंबर 2025 को ओडिशा विजिलेंस और राउरकेला पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर दोनों आरोपियों को मेंधमाल, बिरमहाराजपुर क्षेत्र से धर-दबोचा।
मामले में बोनाई पुलिस स्टेशन में केस नंबर 272/11.12.2025 के तहत BNS की धारा 308(2), 318(4), 319(2) तथा IT एक्ट 2005 की धारा 66(c)(d) के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
दोनों को फर्जी विजिलेंस अधिकारी बनकर धोखाधड़ी, धमकी देकर वसूली और अन्य गंभीर आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। आज उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा।





