इतवारी बाजार के पीछे स्थित नागेंद्र नगर के एक मकान में गैस सिलेंडर से लगी आग ,

सेवानिवृत रेलकर्मी पत्नी और बेटी झूलसे, रेफर
मां बेटी का चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में चल रहा है ईलाज
चक्रधरपुर संवाददात । शहर के इतवारी बाजार के दक्षिणी छोर स्थित नागेंद्र नगर में आज सेवानिवृत रेल कर्मी मोती लाल मुखी (72) के मकान में गैस सिलेंडर लीकेज होकर आग लगने से उनकी पत्नी सुनंदा मुखी (57) और बेटी अनु मुखी (34) झूलस गई है। झूलस कर गंभीर हो गए मोतीलाल की रेलवे अस्पताल में प्राथमिक ईलाज के बाद उन्हें बेहतर ईलाज के लिए एंबुलेंस के माध्यम से जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया है। मोतीलाल पत्नी सुनंदा और बेटी अनु चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में ईलाज चल रहा है। दोनों के हाथ और मंुह जल गया है। हालांकि खतरे से बाहर है।
मिली जानकारी के अनुसार चक्र धरपुर रेलवे से सेवानिवृत होकर मोतीलाल मुखी ईतवारी बाजार के पीछे नागेंद्र नगर स्थित मकान में पत्नी सुनंदा बेटा लमेश्वर और छोटा बेटा योगेश्वर मुखी एवं बेटी अनु के साथ रहते हैे। आज रविवार को दिन होने के कारण मोतीलाल लगभग साढ़े बारह बजे रसोई घर में कुछ बनाने के लिए गैस चूल्हा जला रहे थे कि गैस सिलेंडर से आग की लपटें उपर उठने लगी। आग की लपटें पुरे कमरे में फैल गई । रसोई घर में मोतीलाल को आग के चपेट में आते देख पत्नी सुनंदा और बेटी अनु उसे बचाने के लिए रसोई घर में घुस गई जिससे वे दोनों भी झूलस गई।
आग से मोतीलाल का शरीर बुरी तरह झूलस गया। वहीं पत्नी सुनंदा गैस का रेगुलेटर में हाथ रख कर उसे बंद करने के कारण उनकी हथेली और चेहरे झूलस गया है। आग की लपटें अनु को भी झूलसा दिया। घटना के बाद स्थानीय लोगों के द्वारा तीनों को चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल लाया गया जहां उनका ईलाज चल रहा है। बताया जाता है कि सुनंदा ने रेगुलेटर के लिकेज से निकलने वाली आग को अपना हाथ डाल कर बंद कर दिया जिससे बड़ी घटना होने से बच गया।
बताया जाता है कि आग की घटना के दौरान लमेश्वर की पत्नी अपनी छोटी सी बेटी के साथ छत में कपड़ा सुखाने गई थी। छत से नीचे आने पर देखा की रसोईघर में आग लग गई है। इसकी जानकारी उन्होंने बैंक में कार्यरत पति लमेश्वर को दिया। तब तक स्थानीय लोगों ने सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करा चुके थे।





