छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: बीजापुर में मुठभेड़, 27 लाख के इनामी 6 कुख्यात माओवादी ढेर

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बीजापुर@खबर सार :- छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। नेशनल पार्क क्षेत्र के घने जंगलों में हुई मुठभेड़ में 27 लाख रुपये के कुल इनामी छह कुख्यात माओवादी मारे गए। इनमें 8-8 लाख रुपये के इनामी माओवादी कन्ना ऊर्फ बुचन्ना और उर्मिला भी शामिल हैं। मुठभेड़ स्थल से कई ऑटोमैटिक हथियार, विस्फोटक और नक्सल सामग्री बरामद हुई है। पहली बार महिला सुरक्षा कर्मियों द्वारा नक्सलियों के शव को कंधे पर उठाने की तस्वीरें सामने आई हैं, जो बलों की दृढ़ता का प्रमाण हैं।

मिली जानकारी के अनुसार, बीजापुर नेशनल पार्क इलाके के कांदुलनार, कचलारम और गुज्जाकोंटा जंगलों में माओवादियों की मौजूदगी की गुप्त सूचना पर डीआरजी बीजापुर, डीआरजी दंतेवाड़ा और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। सुबह करीब 10 बजे दोनों पक्षों के बीच रुक-रुक कर गोलीबारी हुई। सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में छह माओवादी मारे गए।

मारे गए माओवादियों में मद्देड़ एरिया कमेटी का इंचार्ज और 8 लाख रुपये का इनामी कन्ना ऊर्फ बुचन्ना प्रमुख है। पिछले एक दशक से सक्रिय बुचन्ना कई बड़ी वारदातों का मास्टरमाइंड रहा। उसके खिलाफ 42 आपराधिक मामले और 18 स्थाई वारंट दर्ज थे। बस जलाने, ग्रामीणों की हत्या, आईईडी ब्लास्ट और पुलिस कैंप पर हमलों जैसी घटनाओं में वह शामिल था। इसी तरह 8 लाख रुपये की इनामी उर्मिला, जो पापाराव की पत्नी और पामेड़ एरिया कमेटी की सचिव थी, भी मारी गई। उर्मिला संगठन की लॉजिस्टिक और सप्लाई चेन की प्रमुख जिम्मेदार थी।

अन्य मारे गए माओवादियों में 5 लाख रुपये का इनामी एसीएम जगत तामो ऊर्फ मोटू, तथा 2-2 लाख रुपये के इनामी पीएम देवे, पीएम भगत और पीएम मंगली ओयाम शामिल हैं। घटना स्थल से दो इंसास रायफल, एक 9 एमएम कार्बाइन, .303 रायफल, 12 बोर बंदूक, हैंड ग्रेनेड, रेडियो सेट, स्कैनर, माओवादी साहित्य और अन्य सामग्रियां बरामद की गई हैं।

पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र यादव ने बताया कि वर्ष 2025 में बीजापुर जिले में विभिन्न कार्रवाइयों में अब तक 144 माओवादी मारे जा चुके हैं, 499 गिरफ्तार किए गए हैं और 560 ने आत्मसमर्पण किया है। आईजी बस्तर पी. सुंदरराज ने मुठभेड़ को सुरक्षा बलों की बड़ी कामयाबी बताया। उन्होंने कहा कि बस्तर में नक्सलवाद के बचे हुए ठिकानों को पूरी तरह खत्म करने के लिए अभियान को और तेज किया जाएगा।

यह मुठभेड़ बस्तर क्षेत्र में नक्सल उन्मूलन अभियान को नई गति प्रदान करेगी। सुरक्षा बलों की सतर्कता और समन्वय ने एक बार फिर माओवादी संगठन को करारा झटका दिया है।

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