किराए पर बैंक खाता देना पड़ा भारी! जशपुर पुलिस ने चेन्नई से पकड़ा ठग, भेजा जेल

जशपुर। साइबर ठगी में किराए पर बैंक खाता (म्यूल अकाउंट) देना एक युवक को महंगा पड़ गया। जशपुर पुलिस ने चेन्नई से आरोपी जहुरुल इस्लाम (23 वर्ष, निवासी राजीव नगर, थाना बाघबहोर, जिला बरपेटा, असम) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी ने अपना बैंक खाता ठगों को किराए पर देकर लाखों की ऑनलाइन ठगी में मदद की थी।
यह मामला चौकी आरा क्षेत्र का है। वर्ष 2024 में ग्राम टुकुटोली निवासी राजू साय (50 वर्ष) को एक व्हाट्सऐप मैसेज आया, जिसमें कहा गया कि उनका पीएम किसान निधि योजना चालू हो गया है। मैसेज में भेजे गए लिंक पर क्लिक करने को कहा गया। जैसे ही उन्होंने लिंक खोला, उनके खाते से ₹2 लाख 35 हजार रुपए गायब हो गए।
पीड़ित की शिकायत पर चौकी आरा में बीएनएस की धारा 318, 318(4) और 120(बी) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस ने बैंक ट्रांजेक्शन ट्रेस कर पाया कि ठगी की रकम विभिन्न खातों में ट्रांसफर की गई थी — जिनमें से एक खाता आरोपी जहुरुल इस्लाम का एक्सिस बैंक अकाउंट था। उसके खाते में ₹50 हजार ट्रांसफर हुए थे, जिसे बाद में झारखंड के धनबाद से एटीएम के जरिए निकाला गया।
पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर आरोपी की लोकेशन चेन्नई में पाई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने चेन्नई जाकर जहुरुल इस्लाम को गिरफ्तार किया और जशपुर लाकर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
पूछताछ में आरोपी ने कबूला कि उसने वर्ष 2024 में खोला गया अपना बैंक खाता, पासबुक, एटीएम कार्ड और चेकबुक एक परिचित को किराए पर दे दिए थे, जिसके माध्यम से यह ठगी की गई। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
पुलिस ने आरोपी के मोबाइल फोन और खाते से जुड़ा सिम कार्ड भी जब्त कर लिया है। मामले में चौकी प्रभारी आरा एएसआई चंद्रप्रकाश त्रिपाठी, आरक्षक कलेश्वर और अरुण तिग्गा की अहम भूमिका रही।
क्या है म्यूल अकाउंट:
ऐसे खाते जिनके मालिक अपने बैंक अकाउंट को अपराधियों को किराए पर देते हैं। अपराधी इन्हीं खातों से ठगी की रकम और अवैध धन का लेनदेन करते हैं। बदले में खाताधारक को तय कमीशन दिया जाता है।
जशपुर पुलिस की चेतावनी:
एसएसपी शशि मोहन सिंह ने कहा कि ऐसे म्यूल अकाउंट धारकों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। पूर्व में भी दुलदुला, कुनकुरी, जशपुर और पत्थलगांव क्षेत्रों से कई खाताधारकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। उन्होंने चेतावनी दी है कि जो भी व्यक्ति अपना बैंक खाता दूसरों को देगा, उसे साइबर अपराध में सहभागी माना जाएगा।





