छत्तीसगढ़

जिला मुस्लिम विकास मंच ने मनाया तिरंगा झंडा स्थापना दिवस

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सामाजिक समरसता को कायम रखने शुरू किया घर-घर तिरंगा अभियान

गौरेला पेंड्रा मरवाही:- जिला “मुस्लिम विकास मंच” गौरेला-पेंड्रा-मरवाही द्वारा तिरंगा झंडा स्थापना दिवस मनाया गया।
पुराना गौरेला स्थित मुस्लिम सामुदायिक भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में “मुस्लिम विकास मंच” के जिला अध्यक्ष असद सिद्दीकी ने 22 जुलाई 1947 को तिरंगा झंडा कैसे अंगीकार हुआ एवं इसकी महत्ता को विस्तार से बताते हुए कहा कि इसकी आन, बान, शान को बनाए रखना भारत के प्रत्येक नागरिक का राष्ट्रधर्म है।

श्री सिद्दीकी ने कहा कि वर्तमान में देश में जिस तरह से विभाजनकारी शक्तियां सिर उठा रही हैं, कहीं संविधान बदलने की बात हो रही है, सांप्रदायिक नफरत की दीवार खड़ी की जा रही है। इन शक्तियों को सिर्फ तिरंगे झंडे से परास्त किया जा सकता है, जो साहस का प्रतीक है, शांति का प्रतीक है और हरियाली का प्रतीक है। श्री सिद्दीकी ने कहा कि तिरंगा झंडा से ही हम देश की एकता और अखंडता एवं सामाजिक समरसता को कायम रख सकते हैं। इसीलिए “मुस्लिम विकास मंच” आज से तिरंगा झंडा स्थापना दिवस के अवसर पर घर-घर तिरंगा अभियान की शुरूआत किया है। जिसके तहत जिले भर के प्रत्येक मुस्लिम परिवार अपने घरों में तिरंगा झंडा फहराएंगे। घर-घर तिरंगा झंडा के इस अभियान का समापन 15 अगस्त को तिरंगा यात्रा के साथ संपन्न होगा।

इस दौरान उपस्थित सभी लोगों को तिंरगा झंडा सम्मान के साथ वितरण भी किया गया। साथ ही मुस्लिम सामुदायिक भवन की छत पर तिरंगा झंडा भी फहराया गया।

मंच के संयोजक रियाज कुरैशी ने सभी मुस्लिम परिवारों से अपने घरों में तिरंगा झंडा फहराने का आह्वान किया।
विशेष आमंत्रित सदस्य शाहिद राइन ने कहा कि तिरंगा झंडा हमें एकता के सूत्र में बांधता है। केसरिया रंग साहस का, सफेद रंग शांति का और हरा रंग हरियाली का प्रतीक है। हमें इस तिरंगे झंडे को पूरी आन, बान, शान और गौरव के साथ अपने घर में फहराना चाहिए।
मंच के संरक्षक निसार अहमद ने कहा कि तिरंगा झंडा हमे गर्व की अनुभूति कराता है। यह कार्यक्रम सतत बढ़ता रहे।
मंच के सोशल मीडिया प्रभारी तनवीर आलम एवं सहसचिव वसीम खान के अलावा बाबा खान, नौशाद राइन एवं जफर खान ने संबोधित करते हुए घर-घर तिरंगा फहराने पर जोर दिया।

कार्यक्रम को मंच के विशेष आमंत्रित सदस्य मोहम्मद नफीस एवं सादिक खान ने संबोधित करते हुए मंच को शिक्षा एवं स्वास्थ्य से जुड़ी समाज की बुनियादी गतिविधियों को संचालित करने का सुझाव दिया।
कार्यक्रम का संचालन फारुख खान एवं आभार मंच के सोशल मीडिया प्रभारी सुहैल आलम ने किया।
कार्यक्रम व्यवस्था बनाने में नवाब खत्री, नफीस अंसारी, आदिल अंसारी, जमील राइन, सलीम खान, जावेद खान आदि का विशेष योगदान रहा।

इस अवसर पर मंच के उपाध्यक्ष साहबान राईन, सचिव मोहम्मद इलियास, कय्यूम अंसारी, अशफाक मंसूरी, डॉ. इमरान सिद्दीकी, सलीम कुरैशी, गुलाम ग़ौस, गुड्डू फारुकी, इरशाद मंसूरी “सोनू,” नफीस कुरैशी “राजा,” मुस्तकीम खान “मुन्ना,” रिजवान अंसारी, अनवर परवेज, अकील अहमद, आरिफ कुरैशी, अमीन खान एडवोकेट, सरवर फारुकी, इकबाल राईन “मामू” सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग उपस्थित थे।

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