वृद्ध मां के इलाज में लापरवाही और बदसलूकी पर कांग्रेस का फूटा गुस्सा, दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, डॉ. मीना पटेल और सिविल सर्जन डॉ. दिनेश पटेल पर लगाया गंभीर आरोप
पूर्व विधायक प्रकाश नायक और जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने जताई तीखी प्रतिक्रिया, कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी
📌 रायगढ़, 7 अगस्त 2025
जिला अस्पताल रायगढ़ में वृद्ध महिला मरीज के इलाज में लापरवाही और डॉक्टरों के अशिष्ट व्यवहार पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आज कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर के नाम अपर कलेक्टर श्री टोप्पो को ज्ञापन सौंपा और दोषी डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
मरीज को अधूरे इलाज के बाद लौटा दिया, डॉक्टर ने कहा—”अब शाम को आना पड़ेगा”
बाजीरावपारा निवासी व कांग्रेस के मीडिया प्रभारी वसीम खान ने शिकायत में बताया कि वे 5 अगस्त को अपनी वृद्ध माता जैबुन निशा का नेत्र परीक्षण कराने जिला अस्पताल पहुंचे थे। ओपीडी में ड्यूटी पर मौजूद नेत्र विशेषज्ञ डॉ. मीना पटेल ने यह कहते हुए इलाज अधूरा छोड़ दिया कि दोपहर 1 बजे के बाद काम नहीं होता। परिजनों द्वारा बार-बार आग्रह के बावजूद उन्होंने इलाज नहीं किया और वहां से चली गईं।
सिविल सर्जन से की गई शिकायत पर भी मिला अपमानजनक जवाब
वसीम खान के अनुसार जब उन्होंने इस व्यवहार की शिकायत सिविल सर्जन डॉ. दिनेश पटेल से की, तो उन्होंने भी सहयोग करने के बजाय टालमटोल किया और फोन पर दुर्व्यवहार किया। सिविल सर्जन ने यहां तक कह दिया—“जो करना है कर लो”। यह बात सुनकर परिजनों के साथ अन्य मरीजों में भी नाराजगी फैल गई।
कांग्रेस पदाधिकारियों ने जताया रोष, कहा- डॉक्टरों की संवेदनहीनता दुर्भाग्यपूर्ण
इस घटना की जानकारी मिलने पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष अनिल शुक्ला, पूर्व विधायक प्रकाश नायक, नेता प्रतिपक्ष सलीम नियारिया, जिला प्रभारी महासचिव विकास शर्मा व शाखा यादव, पार्षद प्रदीप टोप्पो, मिंटू मसीद, संदीप अग्रवाल व अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने कलेक्टोरेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा।
पूर्व विधायक प्रकाश नायक ने कहा कि, “इस तरह का व्यवहार बेहद आहत करने वाला है। डॉक्टर को मरीज से पहले इंसानियत निभानी चाहिए, लेकिन यहां संवेदना नाम की चीज़ नहीं दिखी।”
अनिल शुक्ला ने जताई नाराजगी, माफी की मांग और कार्रवाई की चेतावनी
जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने कहा कि, “वृद्ध महिला मरीज के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार मेडिकल एथिक्स के खिलाफ है। डॉक्टर मीना पटेल और सिविल सर्जन डॉ. दिनेश पटेल को पीड़ित महिला और कांग्रेस पदाधिकारी से माफी मांगनी चाहिए। यदि प्रशासन कार्रवाई नहीं करता तो कांग्रेस आंदोलन करने को मजबूर होगी।”
कलेक्टर से की सख्त कार्यवाही की मांग
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन में मांग की कि जिन चिकित्सकों ने चिकित्सा सेवा की शपथ का उल्लंघन करते हुए मरीज के साथ लापरवाही और दुर्व्यवहार किया है, उनके खिलाफ प्रशासन सख्त कार्यवाही करे। साथ ही भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी करे।




