लोको पायलटों ने रनिंग रूमों की व्यवस्था पर प्रसन्नता जाहिर की
लॉन्ग ऑवर्स ड्यूटी पर लगाम लगाने की मांग
चक्रधरपुर। दक्षिण पूर्व रेलवे चक्रधरपुर रेल मंडल के अंतर्गत कार्य करने वाले लोको पायलटों ने ड्यूटी समाप्त होने के बाद उनके विश्राम के लिए रनिंग रूम में दिए जा रहे मौजूदा सुविधाओं से संतोष जाहिर किया है। हालांकि कुछ रनिंग रूमों में खान पान की निजी व्यवस्था पर सवाल उठाया है। गुरुवार को चक्रधरपुर रनिंग रूम में पत्रकारों से बातचीत करते हुए लोको पायलटों ने चक्रधरपुर रेल मुख्यालय के रनिंग रूम में चालकों को उपलब्ध कराए जा रहे सुविधाओं से संतोष जाहिर किया है।
लोको पायलटों ने कहा की 2005 से पहले उन्हें एक ही कमरे में पांच छह से ज्यादा लोको पायलटों को रहने दिया जाता था लेकिन इसके बाद से अब उसमे बहुत सुधार आया है। लोको पायलटों और गार्ड के लिए अब व्यक्तिगत कमरे, शौचालय, स्नानागार, मेडिटेशन सेंटर सहित अन्य अनुसांगिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई जो एक घर में विद्यमान रहता है। कुछ। लोको पायलट ने अनारा रेलवे स्टेशन के रनिंग रूम पर अप्रसन्नता जाहिर किया है।
वहां पर रनिंग रूम की व्यवस्था निजी हाथों में रहने के कारण चक्रधरपुर, राउरकेला और झारसुगुड़ा रेलवे स्टेशन के रनिंग रूम की तुलना में सुविधाएं नहीं मिलती है। चालकों ने कहा की सभी रनिंग रूम में वातानुकूलित कमरे की सुविधाएं दी गई है जिससे उन्हें विश्राम करने में सहूलियत हो रहा है। अनारा सहित कुछ निजी व्यवस्था वाले रनिंग रूमों समस्या का समाधान प्रॉपर मॉनिटरिंग से हल निकलने की बात कहा लोको पायलटों ने लॉन्ग हावर्स ड्यूटी से नाराजगी जताई है।
उन्होंने कहा है की चालकों को लॉन्ग हॉवर्स ड्यूटी से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। चक्रधरपुर रेल मंडल में अधिकांश चालकों को लॉन्ग हॉवर्स ड्यूटी से जूझना पड़ रहा है। रेल मंडल में थर्ड लाइन भी बन गया है लेकिन ट्रैफिक जाम की समस्या समाप्त नहीं हो रही है। जिससे चालकों को 10 घंटे से 16 घंटे तक ड्यूटी करना पड़ रहा है। चालकों ने कहा की उच्च स्तरीय मॉनिटरिंग से इसका हल निकल सकता है।