खाद-बीज संकट से लेकर अस्पताल बदहाली तक—जिला कांग्रेस ने कलेक्ट्रेट घेराव कर सौंपा ज्ञापन

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM)।
जिला कांग्रेस कमेटी ने सोमवार को सेमरा तिराहा से कलेक्ट्रेट तक जुलूस निकाला और राज्यपाल रमन डेका के नाम छह-सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व जिलाध्यक्ष उत्तम वासुदेव ने किया। कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि “हर मोर्चे पर सरकार विफल है, सुशासन सिर्फ पोस्टर-बैनर तक सीमित है।”
मुख्य माँगें
1. खाद-बीज की तत्काल आपूर्ति – सहकारी समितियों में डीएपी व एनपी खाद की कमी दूर की जाए।
2. अघोषित बिजली कटौती रोकें – खेती व घरेलू उपभोक्ता दोनों प्रभावित हो रहे हैं।
3. जिला अस्पताल का सुधार – “रिफ़र सेंटर” की छवि खत्म कर डॉक्टर-दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
4. पेंड्रा बायपास का शीघ्र निर्माण – भारी वाहन यातायात से आए-दिन दुर्घटनाएँ बढ़ रहीं।
5. रेत की अवैध वसूली पर अंकुश – राजस्व व पुलिस विभाग पर “वसूली अड्डा” चलाने का आरोप।
6. शैक्षणिक युक्तियुक्तकरण और 10,450 स्कूल बंदी पर पुनर्विचार – “स्कूल बंद, शराब दुकानें खुल रहीं” का आरोप।
धरना-स्थल पर तीखे तंज
उत्तम वासुदेव: “अगर हालात नहीं सुधरे तो आंदोलन और उग्र होगा; जिम्मेदारी सरकार की होगी।”
पूर्व विधायक डॉ. के.के. ध्रुव: “जिला अस्पताल केवल रिफ़र सेंटर बचा है।”
नगरपालिका अध्यक्ष राकेश जालान: “बिना शेड्यूल बिजली कटौती ने जन-जीवन ठप कर दिया।”
प्रदर्शन की झलकियाँ
पुलिस-प्रशासन से धक्का-मुक्की, बैरिकेडिंग तोड़कर कांग्रेसी आगे बढ़े; कुछ कार्यकर्ताओं को हल्की चोटें।
एसडीएम ऋचा चंद्राकर ने ज्ञापन स्वीकार कर “समस्याएँ कलेक्टर तक पहुँचाने” का आश्वासन दिया।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी, पंच-सरपंच, इनोवा कमेटी तथा महिला मोर्चा शामिल।
प्रमुख उपस्थिति
उत्तम वासुदेव, डॉ. के.के. ध्रुव, मनोज गुप्ता, राकेश जालान, बूँद कुँवर मॉस्को, प्रशांत श्रीवास, अजीत श्याम, पवन केशरवानी, सादिक़ ख़ान, अशोक शर्मा, शंकर पटेल, अमोल पाठक, गुलाब राज, ओमप्रकाश बंका, रमेश साहू, मदन सोनी, रवि राय, अमन शर्मा, अनुज ताम्रकार, विक्की वासुदेव समेत सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ता शामिल रहे।
कांग्रेस ने चेताया कि यदि माँगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो जिला-स्तरीय विरोध प्रदेश-व्यापी आंदोलन में बदलेगा।





