धरती आबा जागरूकता अभियान में 50 लोगों का बनाया गया प्रमाण पत्र, स्वास्थ्य शिविर में 33 लोगों का हुआ स्वास्थ्य जांच ,

भारत सेवाश्रम संघ द्वारा संचालित रेंगालबेड़ा गैर आवासीय विद्यालय में प्रखंड विकास अधिकारी की उपस्थिति में किया गया प्रमाण पत्र जागरूकता व स्वास्थ्य शिविर का आयोजन ,
चक्रधरपुर । भारत सरकार के जनजातीय मामलों के विभाग के सहयोग से देश भर में चल रहे धरती आबा जागरूकता अभियान के तहत भारत सेवाश्रम संघ द्वारा संचालित गोइलकेरा प्रखंड के रेंगालबेडा गैर आवासीय विद्यालय में शनिवार को आधार नामांकन जाति और अधिवास ,जन्म प्रमाण पत्र इत्यादि जागरूकता व स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त के सहमति से गोइलकेरा प्रखंड विकास पदाधिकारी विवेक कुमार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी लालू प्रधान हेंब्रम एवं अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम में 34 लाभुकों का आधार कार्ड और 16 लोगों का जन्म प्रमाण पत्र बनाया गया। लोगों को विभिन्न प्रमाण पत्रों की उपयोगिता, बनाने की विधि सहित अन्य विधाओं के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई । भारत सेवाश्रम संघ जमशेदपुर के सचिव स्वामी मुक्तात्मानन्द महाराज के सानिध्य में आयोजित शिविर में चक्रधरपुर इकाई के परियोजना अधिकारी बलराम आचार्य रेंगालबेड़ा गैर आवासीय विद्यालय के प्रधान शिक्षक, गांव के मुंडा मानसिंह अंगरिया, आराहाता पंचायत के मुखिया जोंको हंगाडिया सहित आसपास गांव आराहाता, रेंगालबेड़ा, कुरकुटिया आदि गांव के आदिवासी बीरहोर जनजाति के सैकड़ों लोग शामिल हुए।
स्वास्थ्य शिविर में 33 मरीजों का हुआ स्वास्थ्य जांच रेंगालबेड़ा भारत सेवाश्रम गैर आवासीय विद्यालय में धरती आबा जागरूकता अभियान के तहत एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। गोइलकेरा रेफरल अस्पताल के चिकित्सकों और नर्सों तथा गैर स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति में आयोजित शिविर में 33 मरीजों का स्वास्थ्य जांच किया गया एवं उन्हें निशुल्क दवाइयां दी गई।
इस अवसर पर स्वामी मुक्तात्मानन्द महाराज ने बीरहोर गांवों का दौरा किया और उनकी जीवनशैली देख चिंतित हुए। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया है कि वे बच्चों को स्कूल जरूर भेजें। गर्भवती महिलाओं को प्रसव के पूर्व अस्पताल जाने। अस्पताल जाने की स्थिति अनुकूल न होने पर भारत सेवाश्रम संघ के एम्बुलेंस या मोबाइल स्वास्थ्य सेवा से संपर्क के इसका लाभ उठाने के आह्वान किया है।




