छत्तीसगढ़

संपन्न हुआ जिला स्तरीय विकास मेला

सुंदरगढ़, । राज्य सरकार के एक वर्ष पूरे होने के अवसर पर स्थानीय मेला मैदान में 12 जून से 18 जून तक सात दिनों तक जिला स्तरीय विकास मेला का आयोजन किया गया था। यह कार्यक्रम सरकार की विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों और उनके सफल कार्यान्वयन के बारे में व्यापक जन जागरूकता पैदा करने के लिए आयोजित किया गया था। सात दिनों से चल रहे इस जिला स्तरीय विकास मेले का आज समापन हो गया।


समापन समारोह में जिला कलेक्टर मनोज महाजन, अतिरिक्त जिला कलेक्टर रवि नारायण साहू, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (राजस्व) अभिमन्यु माझी, मुख्य विकास अधिकारी और कार्यकारी अधिकारी सुरंजन साहू, अतिरिक्त सुरक्षा अधिकारी महेंद्र नाथ मुर्मू, उप जिला कलेक्टर दशरथी सरबू और सभी विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर जिला कलेक्टर महाजन ने विकास मेला के सफल समापन के लिए सभी विभागों को बधाई दी।

इसमें भाग लेने वाले स्वयं सहायता समूहों को बाजार की सुविधा भी उपलब्ध थी, जिसमें वे अपनी उपज बेच सकते थे। विभिन्न कृषि उपकरणों की भी बिक्री हुई। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि इस विकास मेले ने सभी को विकास की दिशा में आगे बढ़ाया है। इस अवसर पर विकास मेले में भाग लेने वाले और अच्छा कारोबार करने वाले स्वयं सहायता समूहों और विभागों को सम्मानित किया गया।

इसी तरह, जिला कृषि विभाग, स्वास्थ्य विभाग, सुंदरगढ़ एकीकृत आदिवासी विकास एजेंसी, जिला समाज कल्याण विभाग, हस्तशिल्प विभाग आदि लाभार्थियों को उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया और विभिन्न योजनाओं के तहत सहायता भी प्रदान की गई। इसी तरह, आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले विभागों को भी मेले में सम्मानित किया गया।


इस विकास मेले में जिला परिषद, समेकित जनजातीय विकास एजेंसी, वन एवं पर्यावरण, योजना एवं समन्वय, कृषि एवं कृषक सशक्तीकरण, शिक्षा विभाग, बागवानी, मत्स्य एवं पशुधन विभाग, सामाजिक सुरक्षा एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, जिला समाज कल्याण विभाग, नगर विकास विभाग, सुंदरगढ़ नगरपालिका, ओडिशा आजीविका मिशन, हस्तशिल्प, जिला खनिज संस्थान, जल संसाधन एवं अन्य विभागों द्वारा सूचना शिक्षा संचार स्टॉल लगाए गए तथा विभिन्न स्वयं सहायता समूहों ने अपने उत्पाद एवं सामान बेचे।

इसी तरह एमसीएल, जीएमडीसी, जिंदल फाउंडेशन, डालमिया, टाटा स्टील, शेल आदि विभिन्न औद्योगिक संगठनों ने भी इसमें भाग लिया। जल विभाजक, ओडिशा कृषि एवं औद्योगिक निगम आदि विभागों द्वारा उपकरणों का प्रदर्शन भी किया गया। सात दिवसीय इस विकास मेले में स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों द्वारा सुभद्रा शक्ति नामक पारंपरिक खाद्य मेला का भी आयोजन किया गया।

विभिन्न प्रकार के केक सहित विभिन्न प्रकार के पारंपरिक खाद्य व्यंजन उपलब्ध थे। इसी तरह जिले के विभिन्न कलाकारों एवं सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा प्रतिदिन शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।

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