छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी की प्रतिमा लगे छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन में-रज्जे अग्रवाल

महान दलित नेता स्वर्गीय अजीत जोगी के कद को छोटा करने का हो रहा राजनीतिक षड्यंत्र
जोगी किसी खास समाज के नहीं सर्व समाज के थे नेता- रज्जे अग्रवाल
गौरेला पेंड्रा मरवाही । छत्तीसगढ़ के प्रख्यात हिंदूवादी नेता एवं गरेना नगर पालिका के वरिष्ठ पार्षद रज्जे अग्रवाल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री स्वर्गीय अजीत जोगी किसी एक खास समाज या वर्ग के नेता नहीं थे वह न सिर्फ छत्तीसगढ़ के बल्कि पूरे देश के सर्व समाज के नेता थे गौरेला के गौरव थे उनकी प्रतिमा छत्तीसगढ़ विधानसभा परिसर में लगाई जानी चाहिए।
हिंदू वादी नेता रज्जे अग्रवाल ने कहा कि आज फिर एक बार कांग्रेस ने एक दलित आदिवासी नेता स्वर्गीय श्री अजीत जोगी (प्रथम मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़) का अपमान किया है जिनकी प्रतिमा छत्तीसगढ़ विधानसभा परिसर में लगनी चाहिए थी उन्हें एक छोटे से मसीह समाज का नेता बनाकर उनकी मूर्ति गौरेला के ज्योतिपुर चौराहे में लगा दी गयी है ।
एक राष्ट्रीय स्तर के नेता के राजनीतिक कद को कम करने का संयोजित राजनीतिक षड्यंत्र किया गया जबकि वह सर्वहारा समाज के नेता थे। कभी किसी से भेदभाव नहीं किया। उन्होंने कहा कि गौरेला से जलेश्वर महादेव अमरकंटक सड़क का निर्माण छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी की देन है। अमरकंटक में कल्याण आश्रम की स्थापना में जिस तरह स्वर्गीय अजीत जोगी ने कलेक्टर रहते हुए सिगरेट की एक रैपर में पट्टा लिख दिया था यह अपने आप में उनके सनातन प्रेम का बड़ा उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि यह विचार उनके अपने हैं जो दलगत राजनीति से ऊपर उठकर दे रहे हैं। हिंदूवादी नेता रज्जे अग्रवाल ने कहा कि इस षडयंत्र में स्थानीय चछुटभैये नेता भी शामिल है जिनके बारे मे मै इतना ही कहूंगा इनकी हरकत बता रही है ये शोहरत नई नई है जैसे कांग्रेस ने डॉ भीमराव अंबेडकर जी का अपमान किया था वैसे ही छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र जोगी जी का अपमान किया हैं शायद इन्हें पता नहीं मोदी सरकार भारत रत्न देकर सम्मान करती हैं