
दो वर्षों से पशु चिकित्सक के भरोसे जनपद पंचायत कुसमी
कुसमी । जिला बलरामपुर – रामानुजगंज के जनपद पंचायत कुसमी मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) के पद को वर्षों से रिक्त रखकर पशु चिकित्सक को कार्यभार सौंपा गया है। इस कदम ने बलरामपुर जिला प्रशासन की कार्य प्रणाली पर लगातार सवाल उठाई है। और अब इस मामलें ने राज्य सरकार व शासन के कामकाज पर सवाल खड़े कर दिए है। राज्य सरकार को इस निर्णय के परिणामों की जांच करनी चाहिए। उक्त संदर्भ में कई बार समाचारों का प्रकाशन किया गया पर शासन-प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का ठोस कदम नहीं उठाया जाना लापरवाह रवैये को दर्शा रहा हैं।
उल्लेखनिय है की बलरामपुर जिला के कुसमी जनपद पंचायत सीईओ की कुर्सी पिछली शासन काल से रिक्त पड़ी हुई है. और वर्तमान शासन द्वारा कुसमी जनपद पंचायत की कुर्सी को लगातार रिक्त छोड़ दिए जाने से यहां जारी किए गए राशियों को प्रभारी सीईओ बनकर बैठें पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ अधिकारी डॉ अभिषेक पाण्डेय राजनितिक सुरक्षा प्राप्त कर हड़पने में लगे है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत को जारी विभिन्न स्त्रोतो की राशियों का जमकर बदरबाँट हुवा हैं। जिसकी पारदर्शिता से जाँच होने पर सब कुछ स्पष्ट हो जयेगा। 15 से 20 वर्षों से जनपद पंचायत कुसमी में पदस्थ बाबुओ की मिलीभगत से राशियों के बंदरबाट का खेल चल रहा हैं। सभी ने आय से अधिक सम्पत्तियों को अर्जित कर एकाधिकार बनाकर जनपद पंचायत कुसमी को संचालित करना अपना पेशा बना लिया हैं।
जानिए कब-कब निकला छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आदेश…
छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्रालय द्वारा वर्ष 2006, 2008, 2019, 2023 तथा वर्तमान भाजपा की सरकार में 7 मार्च 2024 के आदेश क्रमांक 1328 व आदिम जाति विकास विभाग, अनुसूचित जाति विकास विभाग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास विभाग, मंत्रालय रायपुर द्वारा छत्तीसगढ़ के समस्त संभागायुक्त, समस्त कलेक्टर, समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत छत्तीसगढ़ को दिनांक 11 अप्रैल 2025 के आदेश क्रमांक एफ 1-32/2025/25-1 में साफ तौर पर उल्लेखित है कि सहायक आयुक्त आदिवासी विकास / मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत का प्रभार अन्य अधिकारियों को नहीं दिया जाए।
आदेश पर अमल नहीं, जिला प्रशासन मौन..
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जनपद पंचायत के प्रभार संबंधित समय-समय पर आदेश तो निकाले गए पर उक्त जारी आदेश को ठेंगा दिखाते हुए आदेश की अवहेलना बलरामपुर जिले में जमकर हो रहा है. बलरामपुर जिला प्रशासन इस पूरे मामले से अवगत रहकर भी मौन है.
जिससे शासन – प्रशासन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में हैं तभी तो जनपद पंचायत कुसमी के प्रभारी सीईओ डॉ अभिषेक पांडेय को अधिकारीक व राजनीतिक संरक्षण के कारण यहां की कुर्सी में यथावत रखने आदेश पर आदेश जारी किए जा रहे हैं. जिससे कहीं न कहीं शासन की छवि धूमिल हो रही हैं. इस पर राज्य सरकार को गौर करना चाहिए।
संछिप्त में समझें..
फेस 1.. कार्यालय कलेक्टर जिला बलरामपुर-रामानुजगंज द्वारा दिनांक 19 जून 2023 को आदेश क्रमांक 829 जारी कर डॉ अभिषेक पांडे पशु चिकित्सा सहायक सलाह के अधिकारी को मूल कर्तव्यों के साथ-साथ कुसमी सीईओ का अतिरिक्त प्रभार सौंपकर प्रशासकीय एवं वित्तीय अधिकार प्रदत्त किए गए। जो करीब 2 वर्ष से प्रभार में ही टिके हुवे हैं।
फेस 2.. छत्तीसगढ़ शासन के आदिम जाति विकास विभाग, मंत्रालय रायपुर द्वारा दिनांक 27 मार्च 2025 को आदेश क्रमांक एफ 1-28/2025/25-1 जारी कर कुल 10 मुख्य कार्यपालन अधिकारी को जनपद पंचायतों में परीक्षा अवधि पर न्युक्त कर आयुक्त कार्यालय में पदस्थ किया गया। इस आदेश में लंबे समय के बाद वैभव कुमार कौशिक मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कुसमी जिला बलरामपुर भेजने आदेश जारी किए गए।
फेस 3.. छत्तीसगढ़ शासन के आदिम जाति, अनुसूचित जाती, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास विभाग मंत्रालय रायपुर द्वारा दिनांक 11 अप्रैल 2025 को आदेश क्रमांक एफ 1-32/2025/25-1 में प्रदेश के सभी संभागायुक्त कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को जारी किए गए पत्र में प्रभार को लेकर बिंदुवार आदेशित किये गए हैं। तथा प्रभार शासन हित में नहीं होना बताया गया है।
फेस 4.. छत्तीसगढ़ शासन के आदिम जाति विकास विभाग मंत्रालय रायपुर द्वारा 21अप्रैल 2025 के आदेश क्रमांक एफ 1-28/2025/25-1 में जनपद पंचायत कुसमी जिला बलरामपुर के लिए आदेशित किए गए मुख्य कार्यपालन अधिकारी वैभव कुमार कौशिक को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत फरसाबहार जिला जशपुर में कार्यभार ग्रहण करने अस्थाई रूप से आदेश जारी कर दिए गए।
इस आदेश के बाद लगातार 2 वर्ष से जनपद पंचायत कुसमी में मुख्य कार्यपालन अधिकारी की कुर्सी रिक्त हैं। जहाँ राजनितिक सुरक्षा प्राप्त कर अंगद की पाव की तरह अन्य विभाग के पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ अधिकारी डॉक्टर अभिषेक पांडेय जमे हुवे हैं।