छत्तीसगढ़

प्रेस विज्ञप्ति: एनआईटी राउरकेला में रिसर्च स्कॉलर्स वीक 2025 के 9वें संस्करण का समापन

90 शोधार्थियों के शोध निष्कर्ष प्रस्तुत किए गए

शैक्षणिक उत्कृष्टता का उत्सवम मनाते हुए 18 से 20 अप्रैल तक आयोजित तीन दिवसीय रिसर्च स्कॉलर्स वीक) 2025 का 9वां संस्करण एनआईटी राउरकेला में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में शोधार्थियों के शोध पत्रों का प्रदर्शन किया गया।

‘रिसर्च स्कॉलर्स वीक’ एनआईटी राउरकेला की एक वार्षिक शैक्षणिक पहल है, जिसका उद्देश्य पीएचडी स्कॉलर्स को उनके शोध कार्य प्रस्तुत करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। इस वर्ष के आयोजन में संस्थान के 20 विभागों से कुल 90 से अधिक स्कॉलर शामिल हुए, जिन्हें पाँच व्यापक समूहों में विभाजित किया गया

• बेसिक साइंसेज़
• केमिकल और बायोलॉजिकल साइंसेज़
• मैकेनिकल साइंसेज़
• सर्किट्री
• ह्यूमैनिटीज़ और मैनेजमेंट

कार्यक्रम का उद्घाटन 18 अप्रैल 2025 को उद्घाटन समारोह के साथ हुआ, जिसमें प्रो. प्रदीप चौधरी (प्रभारी प्रोफेसर, रिसर्च स्कॉलर्स वीक-2025) ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने बताया कि ‘रिसर्च स्कॉलर्स वीक’ स्कॉलर्स के नवाचार और अनुसंधान प्रयासों को प्रदर्शित करने का मंच है, जो अंतरविषयक संवाद और नवीनतम शोध की दिशा में प्रेरित करता है।

यह कार्यक्रम एनआईटी राउरकेला के उस व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा है, जो युवा शोधकर्ताओं को प्रोत्साहित करते हुए विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर अग्रसर है।
शोधार्थियों को बधाई देते हुए प्रो. के. उमामहेश्वर राव (निदेशक, एनआईटी राउरकेला) ने कहा, “हमारे शोधार्थियों की मेहनत, लगन और प्रेरणा को सराहना एक सौभाग्य है।

पारंपरिक सीमाओं से आगे सोचने और ज्ञान को नवोन्मेषी तरीकों से लागू करने के लिए साहस चाहिए – एक सच्चा वैज्ञानिक प्रयास तभी सार्थक है जब वह समाज के हित में हो। मैं कामना करता हूँ कि यह उत्साह निरंतर बढ़े और हमारा संस्थान नवाचार और उत्कृष्टता का केंद्र बनता जाए।”

उद्घाटन सत्र में शामिल होते हुए प्रो. स्नेहाशीष चक्रवर्ती (डीन, अकादमिक) ने कहा, “एनआईटी राउरकेला प्रतिभाओं को संवारने और ऐसा वातावरण देने के लिए प्रतिबद्ध है जहाँ शोध, जिज्ञासा और निरंतरता का विकास हो सके।

‘रिसर्च स्कॉलर्स वीक’ के माध्यम से स्कॉलर अपने नवाचारों और उपलब्धियों को पोस्टर और मौखिक प्रस्तुतियों के माध्यम से साझा करते हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि शोध कैसे उन्हें समस्या समाधानकर्ता और समाज के प्रति उत्तरदायी नागरिक बनाता है।”

प्रो. रोहन धीमान (रजिस्ट्रार) ने भी स्कॉलर्स को संबोधित करते हुए कहा कि इन अकादमिक चर्चाओं के परिणाम एनआईटी राउरकेला के वैज्ञानिक समुदाय को सशक्त बनाएंगे, क्योंकि इनमें से कई शोध-पत्र उच्च-स्तरीय जर्नल्स, पेटेंट और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ सहयोग की दिशा में अग्रसर हो सकते हैं। प्रो. आर.सी. प्रधान (एसोसिएट डीन, अकादमिक-पीजी एवं रिसर्च) ने आयोजन की सफलता के लिए आयोजक टीम को बधाई दी और शोध समुदाय को शुभकामनाएँ दीं।

उद्घाटन समारोह के दौरान इस अवसर को चिह्नित करने के लिए एक स्मारिका किताब भी जारी की गई। पहले दो दिन पीएचडी छात्रों ने पोस्टर प्रस्तुतियों की और तीसरे दिन उनमें से चयनित प्रतिभागियों की मौखिक प्रस्तुतियाँ हुईं।

आरएसडब्ल्यू 2025 का समापन 20 अप्रैल को बीबी ऑडिटोरियम में आयोजित समापन समारोह के साथ हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. वी.एम.एस.आर. मूर्ति (निदेशक, IIEST शिबपुर) का मुख्य वक्तव्य शामिल रहा। उन्होंने कहा, “ मैं रिसर्च स्कॉलर्स वीक में शामिल युवा शोधार्थियों की प्रतिबद्धता और ऊर्जा की गहराई से सराहना करता हूँ।

मेरे अनुभव में, पोस्टग्रेजुएट स्तर पर मजबूत नींव और उसके साथ उद्योग जगत का भी अनुभव, शोध के लिए समस्याओं को पहचानने और समाधान निकालने की क्षमता को काफी बढ़ा देता है। उद्योग-उन्मुख अनुसंधान न केवल आत्मविश्वास देता है, बल्कि प्रासंगिकता और प्रभाव सुनिश्चित करता है। मैं सभी स्कॉलर्स को उनकी निष्ठा के लिए बधाई देता हूँ और उन्हें स्पष्टता, उद्देश्य और जुनून के साथ अपने मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता हूँ।”

2025 के लिए रिसर्च स्कॉलर्स वीक का सफल समापन शोधार्थियों को एक प्रेरक वातावरण प्रदान करते हुए हुआ, जहाँ उन्होंने अपने विचार साझा किए और परस्पर संवाद किया। इसने प्रमुख शोध कार्यों की पहचान की और अंडरग्रेजुएट व पोस्टग्रेजुएट छात्रों को अनुसंधान एवं विकास में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया। समापन समारोह में विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए और व़ॉलंटियर्स को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

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