राउरकेला साइबर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: अंतरराष्ट्रीय साइबर धोखाधड़ी गिरोह का भंडाफोड़, मास्टरमाइंड दुबई से संचालित

राउरकेला । राउरकेला सीसी एंड ईओ थाना पुलिस ने विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर साइबर धोखाधड़ी के एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। थाना केस संख्या-04, दिनांक 08/04/2025 को भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं व आईटी एक्ट की धाराओं 66-C/66-D के अंतर्गत मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई।
पुलिस ने सिविल टाउनशिप क्षेत्र स्थित एक अपार्टमेंट पर छापा मारते हुए 2 आरोपियों को हिरासत में लिया। इसके बाद बसंती कॉलोनी स्थित एक अन्य ठिकाने पर छापा मारकर 5 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिम कार्ड, नेटवर्क डिवाइस, डेबिट कार्ड, पासबुक, एक मारुति स्विफ्ट कार एवं एक स्कूटी (CG13AH0659) बरामद की गई।
गिरफ्तार आरोपी –
1. किशन अग्रवाल (26), रायपुर, छत्तीसगढ़ (मुख्य आरोपी)
2. कुणाल अग्रवाल (25), रायपुर, छत्तीसगढ़
3. अर्जुन सिंह (27), रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड
4. गिरधारी सिंह उर्फ राम (24), जशपुर, छत्तीसगढ़
5. अजय कुमार (25), कोरबा, छत्तीसगढ़
6. संदीप कुमार सोनी (28), बलौदा बाजार, छत्तीसगढ़
7. सौमेन्द्र सिंह राजपूत (27), जांजगीर-चांपा, छत्तीसगढ़
8. अभिजीत भारद्वाज (27), रायगढ़, छत्तीसगढ़
9. दिनेश कुमार साहू (25), जांजगीर-चांपा, छत्तीसगढ़
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने “TradeNow” नामक एक फर्जी ऐप के ज़रिए व्यापार धोखाधड़ी में संलिप्त होने की बात स्वीकार की। वे इस ऐप के माध्यम से आम नागरिकों को उच्च रिटर्न का लालच देकर ठगी करते थे। गिरोह द्वारा प्रतिदिन 50 लाख रुपये तक के ट्रांजैक्शन किए जाते थे, जो कि खच्चर खातों (mule accounts) के ज़रिए संचालित होते थे।
पुलिस जांच में सामने आया कि इस संगठित साइबर अपराध का मास्टरमाइंड किशन अग्रवाल दुबई (UAE) में स्थित है और वहीं से पूरे नेटवर्क का संचालन करता है, जो भारत के अलावा दक्षिण व पश्चिम एशियाई देशों तक फैला हुआ है। लेन-देन हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से किए जा रहे थे।
जब्त सामग्री में शामिल हैं –
लैपटॉप – 05
मोबाइल फोन – 31
सिम कार्ड – 68
जियो फाइबर राउटर – 02
पहचान पत्र – 20
बैंक पासबुक/चेकबुक – 04
पेनड्राइव – 02
डेबिट/एटीएम कार्ड – 19
मारुति स्विफ्ट कार – 01
स्कूटी (CG13AH0659) – 01
अब तक 23 बैंक खातों से कुल ₹1.41 करोड़ की राशि जब्त की जा चुकी है और 176 अन्य खातों की जांच की जा रही है। गिरोह के खिलाफ देशभर में 27 मामलों में संलिप्तता पाई गई है, जिसकी पुष्टि गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) के पोर्टल के माध्यम से की गई है।
जनता के लिए सलाह:
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे Google Play Store या Apple Store पर उपलब्ध ऐसे ऐप्स से सावधान रहें जो उच्च रिटर्न का झांसा देते हैं। कई फर्जी ऐप्स, जो देखने में वैध प्रतीत होते हैं, सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध हस्तियों द्वारा प्रचारित किए जाते हैं। निवेश से पहले SEBI से प्रमाणित ब्रोकर एवं प्लेटफ़ॉर्म की प्रामाणिकता की जांच अवश्य करें।
राउरकेला साइबर थाना की यह कार्रवाई साइबर अपराध की रोकथाम की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। आगे की जांच जारी है और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।