सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पर कांग्रेस का हमला, महापौर ने दिया करारा जवाब

स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर कांग्रेस का विरोध, निजीकरण के आरोपों पर महापौर ने किया पलटवार
जगदलपुर। बस्तर में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर भाजपा सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के निजीकरण की तैयारी का आरोप लगाते हुए नगर सरकार और महापौर संजय पांडे को घेरा। इस पर महापौर ने भी कांग्रेस पर तीखा पलटवार किया और इसे महज “गलत नेरेटिव सेट करने की कोशिश” करार दिया।
कांग्रेस ने सरकार पर लगाए निजीकरण के आरोप
कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुशील मौर्य ने कहा कि “भाजपा सरकार बस्तर के आदिवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का सपना दिखाकर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को निजी हाथों में सौंपने की योजना बना रही है। डबल इंजन की सरकार की मंशा सही नहीं है, और भाजपा प्राइवेटाइजेशन के एजेंडे को आगे बढ़ा रही है।”
महापौर का पलटवार – ‘निजीकरण नहीं, जनता की सुविधा प्राथमिकता’
महापौर संजय पांडे ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “राज्य सरकार 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज पहले से ही उपलब्ध करा रही है। सरकार का उद्देश्य आम लोगों को राहत देना है, लेकिन कांग्रेस बिना जानकारी जुटाए बयानबाजी कर रही है।” उन्होंने कहा कि नए नियम और शर्तों के तहत स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
राजनीतिक खींचतान के बीच जनता की चिंता
स्वास्थ्य सेवाओं के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हैं, लेकिन सवाल यह है कि बस्तर के लोगों को वाकई इस अस्पताल से कितना लाभ मिलेगा? कांग्रेस जहां इसे सरकार की नीयत पर सवाल उठा रही है, वहीं महापौर इसे जनहितैषी कदम बता रहे हैं। राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच जनता की नजर अब सरकार के आगामी फैसलों पर टिकी है।





