
रायगढ़ – ग्राम पंचायत दर्रामुड़ा से सरपंच पद के लिए चुनावी मैदान में उतरे मुरलीधर यादव ने गांव के विकास के संकल्प के साथ चुनाव लड़ने की ठानी है। लेकिन इस दौरान उन्हें विपक्ष की ओर से धमकियों का सामना भी करना पड़ रहा है। बावजूद इसके, मुरलीधर यादव ने हार न मानते हुए चुनाव लड़ने और गांव के विकास की दिशा में काम करने की बात कही है।
दर्रामुड़ा ग्राम पंचायत में सरपंच पद के लिए मुरलीधर यादव अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं। यादव का कहना है कि अगर वे सरपंच चुने गए तो गांव में विकास कार्यों को प्राथमिकता देंगे। जल संकट से जूझ रहे ग्रामीणों के लिए बोरिंग चाप की व्यवस्था सुनिश्चित करना उनके प्रमुख एजेंडे में है।
मुझे विपक्ष की ओर से धमकी मिल रही है कि चुनाव न लड़ूं, लेकिन मैं डरने वाला नहीं हूं। मेरा एकमात्र उद्देश्य अपने गांव का विकास करना है। चाहे कितनी भी बाधाएं आएं, मैं चुनाव लड़ूंगा और गांव को नई दिशा में ले जाऊंगा।
मुरलीधर यादव की इस घोषणा के बाद दर्रामुड़ा पंचायत में चुनावी माहौल गर्म हो गया है। ग्रामीणों के बीच इस मुद्दे को लेकर चर्चा तेज है। अब देखना होगा कि जनता किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है।
तो यह था दर्रामुड़ा पंचायत का मामला, जहां विकास और लोकतंत्र की जीत के लिए मुरलीधर यादव डटकर मुकाबला कर रहे हैं। अब चुनावी नतीजों पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।