छत्तीसगढ़

टपक खेती से आत्मनिर्भर बन रही गोपीनाथपुर की महिला किसान

स्ट्रोबेरी बेच कर कमाया 14 फरवरी तक 35 हजार

75 डिसमिल में हो रहा है ब्रोकली, बंधागोभी, टमाटर, मिर्च और बैगन की बंपर खेती

जेएसएलपीएस ने मुहैया कराया उपकरण

चक्रधरपुर। चक्रधरपुर प्रखंड गोपीनाथपुर पंचायत के गोपीनाथपुर गांव के आधा दर्जन से ज्यादा महिला किसान रबी फसल उगाकर बंफर खेती कर रही है। इन महिला किसानों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर सरकारी नौकरी के पीछे न भागकर अपने ही दम पर टपक खेती से मोटी राशि अर्जित स्वयं आत्म निर्भर बन रहे हैंऔर परिवार को भी आत्म निर्भर बना रही है।

इस समय इन किसानों के टपक खेतों में, स्ट्रोबेरी, ब्रोकली, बंधागोभी, टमाटर, मटर, बैगन और मिर्च की बंपर खेती हो रही है। गोपीनाथपुर गांव की महिला किसान संयुक्ता महतो, आइनेश्वरी महतो, सादेश्वरी महतो सहित गांव की सात महिला किसान जेएसएलपीएस के सहयोग से टपक खेती के माध्यम से अपना ऊपज का पैमाना बढ़ाने के साथ साथ गुणवत्ता बढ़ाकर मोटी राशि की कमाई कर रही हैं।

संयुक्ता,आईनेश्वरी और सादेश्वरी ने 75 डिसमिल में फैलाई रबी फसल की खेती गांव की महिला किसान संयुक्ता, आईनेश्वरी और सादेश्वरी ने इस साल कुल 75 डिसमिल(प्रत्येक का 25 डिसमिल) में रबी फसल की खेती फैलाई है जिसमें स्ट्रोबेरी, टमाटर, बैगन, बंधागोभी, मिर्च,ब्रोकली एवं कई प्रकार के साग की खेती शामिल हैं।

संयुक्ता ने कहा कि गांव की महिला समूह को जेएसएलपीएस ने खेती करने के लिए टपक खेती के उपकरण मुहैया कराया जिसमें पोली नर्सरी हाउस, बर्मी कंपोस्ट यूनिट और ड्रीप सिस्टम शामिल हैं। संयुक्ता ने स्ट्रोबेरी से इस सीजन में 14 फरवरी तक लगभग 35 हजार रुपया का स्ट्रोबेरी बेच चुकी है। मार्च तक इसका ऊपज होगा।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक 2-3 दिन के अंतराल में वह ढाई से तीन हजार रुपए का स्ट्रोबेरी बेच लेती है। मार्च अंत तक स्ट्रोबेरी की खेती की जा सकती है। उसी प्रकार इन महिला किसानों ने अन्य ऊपज में भी मोटी राशि की कमाई कर रही है। टमाटर में अब तक 65 हजार रुपया की कमाई कर ली है।

चक्रधरपुर प्रखंड के 700 किसानों में 185 सक्रीय है

जेएसएलपीएस की फिल्ड थिमेटिक कोर्डिनेटर सुनंदा पंडा ने कहा कि चक्रधरपुर प्रखंड में जेएसएलपीएस सहायतार्थ लग्भग 700 किसान है जिसमें 185 सक्रीय है जिसमें चक्रधरपुर प्रखड के गोपीनाथपुर में 7 बोड़दा में 2 पोटका में 4 लौड़िया में 5, बाईहातु में1,के णके में 2 बागमारा में 1 सरजम हातू में 2 भरनिया हेसेलकुटी और केरा में 2-2 सहित अन्य किसान शामिल हैं।

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