
चालकों ने डीआरएम और जीएम से किया शिकायत
जीएम को ज्ञापन सौंपने की चल रही है तैयारी
चक्रधरपुर। चक्रधरपुर रेल मंडल में कुछ दिनों पहले लोको पायलट(संटिंग)का अचानक लोको पायलट(गूड्स) में प्रोमोशन देकर अन्यत्र स्थानांतरित किए जाने से संटिग लोको पायलटों में रोष देखा जा रहा है। इस सबंध में 153 लोको पायलटों ने संयुक्त रुप से प्रोमोशन देकर जबरन स्थानांतरित करने का विरोध किया है।
लोको पायलटों ने सिनियर डीईई, डीआरएम और जीएम को पत्र लिखकर प्रोमोशन और स्थानंतरण का विरोध किया था लेकिन अधिकारियों के दबाव में मजबूर होकर प्रोमोशन लेकर अपनी ड्यूटी करने पर मजबूर है। रेलवे की और से जारी 153 लोको पायलटों (संटिंग) को पैनेल के आधार पर प्रोमोशन दिया जा रहा है। कुछ लोको पायलटों ने प्रोमोशन और स्थानंतरण में जमकर धांधली किए जाने का आरोप लगाया है।
बताया जाता है कि 15-20 साल पहले रेलवे ने इन लोको पायलटों का प्रोमोशन रद्द कर दिया था। डाक्टरों के द्वारा मेडिकल फिट दिए जाने के बाबजूद उनका प्रोमोशन अनफिट करार देकर रोका गया था। लेकिन अब अचानक बिना कोई फिटनेस जांच या योग्यता टेस्ट के बगैर इन लोको पायलटों का प्रोमोशन और ट्रांसफर किए जाने पर लोको पायलटों ने सवाल उठाया है।
उनका तर्क है कि 15-20 साल पहले अयोग्य घोषित किए गए चालकों को अब कैसे योग्य घोषित किया गया है। संटिंग चालकों ने यह भी आरोप लगाया है कि 9 चालकों ने वीआरएस के लिए कई बार आवेदन किया था लेकिन उन्हें वीआरएस नहीं दिया गया।
वहीं चालकों के प्रोमोशन और स्थानातरण में अनियमितता बरते हुए कुछ चालकों को मेडिकल समस्या तो कुछ चालकों को महिला होने का हवाला देकर उनका प्रोमोशन और स्थानांतरण रोक दिया गया है।
18 लोको पायलटों ने प्रोमोशन और ट्रासंफर न लेने के लिए अदालत की शरण लेकर अपना स्थानंतरण रुकवा लिया है और वे अपने पूर्ववर्ती जगहों में संटिंग चालक के तौर पर कार्य कर रहे हैं। पीड़ित चालकों का आरोप है कि जो चालक अधिकारियों का जेबें गर्म नहीं किया उन्हें जोरुली और डांगुआपोशी जैसे सुदुरवर्ती स्टेशनों में धके ल दिया गया है।
सिनियर डीईई बदले जाने अधिसूचना के बाद तेज हुआ ट्रांसफर पोस्टिंग का दौर
लोको पायलटों का आरोप है कि सिनियर डीईई(आपरेशन) और सिनियर डीईई(टीआरडी) के पद में फेरबदल का आदेश जारी किए जाने के बाद वीआरएस रद्द किए गए चालकों को फ्रेश वीआरएस आवेदन बनाकर जमा करने एवं उनका बीआरएस मंजूर करने के लिए पर्दे के पीछे से आमंत्रित किए जाने का आरोप लगाया है। चालकों का तर्क है कि वे कई बार सिनियर डीईई, डीआरएम यहां तक की जीएम से भी इस बात की शिकायत कर चुके हैं लेकिन उनकी बात नहीं सूनी जा रही है। चालकों ने इस सबंध में जीएम को संयुक्त रुप से पत्र लिखकर शिकायत किया है।
जीएम के बोलानी दौरे में ज्ञापन सौंपने की थी तैयारी
पिछले दिनों जीएम के बोलानी दौरे के दौरान संटिंग चालकों के जबरन प्रोमोशन और स्थातंरण को लेकर चालकों ने जीएम को ज्ञापन सौंपने की तैयारी की थी लेकिन राउरकेला में दुर्घटना होने की खबर मिलने के बाद दौरा स्थागित जीएम के राउरकेला चले जाने के कारण वे ज्ञापन नहीं सौंप पाए।
चालकों ने कहा कि जब उन्हें प्रोमोशन की आवश्यकता थी तब उन्हें प्रोमोशन नहीं दिया गया लेकिन जब उनकी(अधिकांश लोको पायलटों) की नौकरी महज 1 से 5 साल बची है तो उनका जबरन प्रोमोशन और ट्रांसफर किया जा रहा है। उनका आरोप हैकि इस समय ट्रेनों का ज्यादा परिचालन किया जा रहा है और पिछले पांच साल से सहायक लोको पायलटों की नियुक्ति नहीं की गई जिससे रेलवे को चालकों की घोर कमी का दंश झेलना पड़ रहा है।
चालकों की कमी को पूरा करने के लिए संटिंग चालकों का आनन फानन में बिना कोई स्क्रीनिंग टेस्ट या योग्यता परीक्षा लिए चालक(गूड्स)के तौर पर जबरन प्रोमोशन और ट्रांसफर किया जा रहा है। लोको पायलटों का यह भी आरोप है कि 153 लोको पायलटों प्रोमोशन पोस्टिंग की पहले पेनेल की प्रक्रि या संपन्न नहीं हुआ है कि दूसरे पैनेल की सूची जारी कर दिया गया है।
नए चालकों का होम स्टेशन में नहीं किया जा रहा है पोस्टिंग
चक्रधरपुर रेल मंडल में पिछले तीन चार साल पहले सहायक चालक से चालक के तौर पर प्रोमोशन और अन्यत्र पोस्टिंग किए जाने वाले चालकों ने संटिंग चालकों के प्रोमोशन और स्थानांतरण को जायज ठहराया है। उनका कहना था कि नए चालकों को प्रोमेशन देकर उनका होम स्टेशन में स्थानांतरण नहीं किया जा रहा है।
संटिंग चालकों का स्थानंतरण होगा तभी नए चालकों को भी प्रोमोशन और पोस्टिंग का अवसर मिलेगा।
चालकों का प्रोमोशन और ट्रांसफर जायज और विधिवत है। इसमें कोई अनियमितता नहीं बरती गई है।
तरुण हुरिया , डीआरएम चक्रधरपुर